पर्सनल कंप्यूटर तथा माइक्रो कंप्यूटर दोनों ही विनिमय शील शब्द है। PC संभवत ऐसे कंप्यूटर के लिए प्रयोग किया जाता है जिसका प्रयोग किसी एक व्यक्ति तक ही सीमित हो, यद्यपि यह स्पष्ट है कि पर्सनल कंप्यूटर कोई भी सामान्य माइक्रोकंप्यूटर होता है तथा इसका प्रयोग कार्यालय में होने पर शायद ही किसी व्यक्ति के निजी रूप में प्रयोग होता है।
पर्सनल कंप्यूटर अर्थात पीसी का नाम तो आप सभी ने सुना ही होगा अर्थात पर्सनल कंप्यूटर एक ऐसा कंप्यूटर है, जिसकी कीमत और आकार तथा क्षमताएं लोगों के लिए इसे उपयोगी बनाती हैं। यह शब्द 1970 के अंतिम तथा 1980 के प्रारंभिक दशक में बाइट पत्रिका तथा एप्पल कंप्यूटर द्वारा प्रसिद्ध हुआ और बाद में इसको आईबीएम द्वारा विकसित आईबीएम पर्सनल कंप्यूटर से प्रसिद्धि मिली।
पर्सनल कंप्यूटर को एक समय में एक ही यूजर द्वारा सामान्यतः वर्ड प्रोसेसिंग, इंटरनेट ब्राउजिंग, इलेक्ट्रॉनिक मेल, कंप्यूटर गेम्स खेलने, कंप्यूटर प्रोग्रामिंग इत्यादि जैसे सामान्य उद्देश्य कार्य हेतु परिचालित किया जाता है। या फिर किसी माइक्रोकंप्यूटर जो निजी कार्यों के लिए प्रयोग किया जाता है अथवा छोटे-मोटे कार्य जैसे वर्ड प्रोसेसिंग, एकाउंटिंग तथा सामान्य अनुप्रयोग और कोई सिस्टम सॉफ्टवेयर जैसे लाइनेक्स इत्यादि एग्जीक्यूट करता है इन्हें पर्सनल कंप्यूटर कहा जा सकता है।
पर्सनल कंप्यूटर के अनुप्रयोग
आजकल पर्सनल कंप्यूटर के उपयोगकर्ताओं को ऑपरेटिंग एनवायरमेंट तथा एप्लीकेशन प्रोग्रामों की अच्छी जानकारी हो सकती है परंतु यह आवश्यक नहीं है कि वह प्रोग्रामिंग में रुचि रखता हो तथा कंप्यूटर के प्रोग्रामों को लिखने में सक्षम हो। अर्थात पर्सनल कंप्यूटर के लिए अधिकतर सॉफ्टवेयर इसके प्रयोग की सहायता तथा user-friendly होने को ध्यान में रखकर ही लिखे जाते हैं, किंतु सॉफ्टवेयर उद्योग निरंतर पर्सनल कंप्यूटर के नए उत्पादों की व्यापक श्रृंखला प्रदान करता जा रहा है।
- सिंगल ऑपरेटिंग सिस्टम चलाना
- वर्ड प्रोसेसर जैसे माइक्रोसॉफ्ट वर्ड, abode पेजमेकर, ओपन ऑफिस डॉट ऑर्ग इत्यादि का प्रयोग किसी प्रश्न पत्र को टाइप करना।
- स्प्रेडशीट जैसे माइक्रोसॉफ्ट एक्सेल इत्यादि का प्रयोग करके अकाउंट व्यवस्थित करना तथा ग्राफ बनाना, चार्ट, सीट तैयार करना आदि।
- एम एस पावर प्वाइंट का प्रयोग करके प्रेजेंटेशन बनाना।
- डेटाबेस मैनेजमेंट सिस्टम तथा रिलेशन डाटाबेस मैनेजमेंट सिस्टम का प्रयोग करना।
- इंटरनेट सेवाएं जैसे www, FTP, टेलनेट इत्यादि का प्रयोग करना।
- टैली कस्टमाइज किए गए सॉफ्टवेयर इत्यादि का प्रयोग करना।
- डेस्कटॉप पब्लिशिंग सॉफ्टवेयर जैसे कोरल ड्रा, फोटोशॉप इत्यादि का प्रयोग करना।
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पर्सनल कंप्यूटर के भाग (components of personal computer)
PC इनपुट डिवाइस, आउटपुट डिवाइस, सेंट्रल प्रोसेसिंग यूनिट तथा अतिरिक्त डिवाइसेज जैसे मॉडेम, स्केनर, प्रिंटर इत्यादि पर आधारित होता है। PC के विभिन्न भागों को समझने के लिए हमें इसके आंतरिक और बाह्य दोनों भागों को समझना होगा। पर्सनल कंप्यूटर का आंतरिक भाग से तात्पर्य वे भाग जो सीपीयू कैबिनेट के अंदर होते हैं।
मदर बोर्ड, रैम, हार्ड डिस्क, वीडियो कार्ड, पावर सप्लाई इत्यादि सीपीयू कैबिनेट के अंदर होते हैं जो हमें दिखाई नहीं देते हैं।
कॉम्पोनेंट्स
- यूनिवर्सल सीरियल बस,
- समानांतर पोर्ट,
- इथरनेट कार्ड,
- फ्लॉपी डिस्क ड्राइव,
- हार्ड ड्राइव,
- रैम,
- सीपीयू,
- वीडियो कार्ड,
- पावर सप्लाई,
- मदर बोर्ड,
- सी.डी./डीवीडी ड्राइव।
मदर बोर्ड
मदर बोर्ड को मुख्य बोर्ड भी कहा जाता है। यह PC के अंदर प्राइमरी सर्किट बोर्ड होता है, कंप्यूटर के कई अन्य भाग भी मदरबोर्ड से प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष रूप से जुड़े होते हैं। जो वास्तविक रूप से इंटीग्रेटेड सर्किट होते हैं जिनका काम सीपीयू, मेमोरी तथा इनपुट और आउटपुट पेरीफेरल सर्किट के मध्य इंटरफ़ेस प्रदान करना होता है।
इसमें मुख्य मेमोरी के साथ ही पावर ऑन होने के बाद कंप्यूटर के आरंभिक सेटअप के लिए सर्विस से भी होती है। कई पोर्टेबल तथा इंबेडेड पर्सनल कंप्यूटर के मदरबोर्ड पर लगभग सभी मुख्य भाग स्थित होते हैं। मदरबोर्ड में एक्सपेंशन पर्पज उद्देश्यों के लिए एक या अधिक पेरीफेरल बस तथा फिजिकल कनेक्ट होते हैं।