HTML का फुल फॉर्म hypertext markup language होता है। यह एक कोडिंग लैंग्वेज होता है। जो कि हर वेबसाइट का स्ट्रक्चर बनाती है। इस लैंग्वेज को स्ट्रक्चरिंग के लिए यूज करते हैं सारे वेबसाइट के अंदर यह मिलता है।
वेबसाइट डिजाइन करने के लिए एचटीएमएल लैंग्वेज की आवश्यकता होती है। एचटीएमएल की मदद से हम वेबसाइट का इस्तेमाल कर पाते हैं। और उनसे इंफॉर्मेशन ले पाते हैं। आज के समय में सबसे ज्यादा इस्तेमाल किए जाने वाला कंप्यूटर लैंग्वेज हैं HTML क्योंकि इस डिजिटल युग में अब सभी का काम ऑनलाइन हो रहा है। इसीलिए सभी को इस लैंग्वेज की जानकारी होनी चाहिए।
HTMl –एचटीएमएल एक मार्कअप लैंग्वेज है। इसे हाइपरटेक्स्ट मार्कअप लैंग्वेज भी कहते हैं। एचटीएमएल को वेबसाइट और वेब पेज बनाने के लिए विकसित किया गया है, यह एक वेबसाइट को डिजाइन करने के लिए और वह पेज के अंदर टेक्स्ट, इमेजेस, और वीडियोस हाइपरलिंक इस्तेमाल करने के लिए एचटीएमएल लैंग्वेज का उपयोग किया जाता है।
एचटीएमएल लैंग्वेज का इस्तेमाल करके हम डिवाइस के वेब ब्राउज़र को यह समझाते हैं कि हमारे वेब पेज इंफॉर्मेशन यूजर को कैसे दिखनी चाहिए। एचटीएमएल हाइपर टेक्स्ट और मार्कअप लैंग्वेज यह दोनों शब्दों से मिलकर बना है। हाइपरटेक्स्ट दो वेबपेजेस को आपस में एक टेक्स्ट के अंदर जोड़े रखता है। ताकि जब कोई यूजर उस टेक्स्ट के ऊपर पर क्लिक करें, तो वह उसे अगले वेब पेज पर पहुंचा दे।
इस प्रकार वेब पेज पर उपलब्ध लेख को हाइपरटेक्स्ट कहा जाता है। मार्कअप लैंग्वेज किसी भी वेब पेज के सुरक्षा को बनाने के लिए काम में आता है। इसमें बहुत से टेक्स्ट मौजूद होते हैं। जिसकी मदद से वेब पेज डिजाइन किए जाते हैं। इन में प्रयोग होने वाले टेक्स्ट द्वारा पेज के कांटेक्ट को डिस्क्राइब किया जाता है। और एचटीएमएल के सभी टेक्स्ट डिफाइंड होते हैं। मतलब पहले से ही मौजूद होते हैं।
एचटीएमएल के अलावा डीएचटीएमएल, एक्स एच टी एम एल, एक्स एम एल आदि भी मार्कअप लैंग्वेज है। लेकिन एचटीएमएल सबसे ज्यादा इस्तेमाल होने वाली लैंग्वेज है। एचटीएमएल की खोज Tim Berners Lee ने सन 1980 में geneva में की थी।
एचटीएमएल एक कंप्यूटर लैंग्वेज है। जिसका इस्तेमाल वेबसाइट बनाने में किया जाता है और उसमें रंग रूप स्टाइल देने के लिए सीएसएस किया जाता है।CSS को cuscading style sheet कहां जाता है। जिसका इस्तेमाल केवल एचटीएमएल के साथ किया जाता है। ताकि वेबसाइट को रंगीन और आकर्षक रूप दिया जा सके।
एचटीएमएल लैंग्वेज कंप्यूटर की अन्य लैंग्वेजेस जैसे कि C,C++(C language क्या है?) ,Java से बिल्कुल अलग है। और यह बहुत सरल लैंग्वेज भी है। जिसको आसानी से समझा जा सकता है। जरूरत पड़ने पर आसानी से मॉडिफाई भी किया जा सकता है। इसकी सरलता के कारण है एचटीएमएल शुरुआत से एक लोकप्रिय लैंग्वेज रही। यह एक केस सेंसेटिव लैंग्वेज नहीं है, मतलब की इसमें चाहे तो कैपिटल लेटर या स्मॉल लेटर में भी टेक्स्ट को लिख सकते हैं।
यह दोनों ही तरीके से काम कर सकता है। लेकिन आमतौर पर इसे स्माल लेटर में ही लिखा जाता है। एचटीएमएल एक प्लेटफॉर्म इंडिपेंडेंट लैंग्वेज है। इसका इस्तेमाल किसी भी ऑपरेटिंग सिस्टम किया जा सकता है। एचटीएमएल का उपयोग वेब पेज बनाने के लिए किया जाता है लेकिन यह सिर्फ वेब डॉक्यूमेंट बनाने तक सीमित नहीं है। एचटीएमएल का इस्तेमाल वेब पेज डेवलपमेंट, नेविगेशन, गेम डेवलपमेंट, ग्राफिक्स, वेब डेवलपमेंट इनफॉर्मेटिक इत्यादि में भी किया जाता है।
HTML 5 क्या है?:-
यह एचटीएमएल का उन्नत रूप है। हम सब जानते हैं कि टेक्नोलॉजी की दुनिया में लगातार बदलाव होते रहते हैं। और समय-समय पर चीजों को इंप्रूव किया जाते रहता है, ठीक उसी तरह एचटीएमएल में भी कई सारे बदलाव हो चुके हैं। और इसका सबसे लेटेस्ट वर्जन एचटीएमएल 5 है। परंपरागत रूप से यह अभी भी एचटीएमएल के पुराने वर्जन का उपयोग किया जा सकता है। लेकिन टेक्नोलॉजी में होने वाले बदलाव के वजह से वह कई सारी जरूरत को पूरा नहीं कर पाता।
इसीलिए उन चैलेंजेस को पूरा करने के लिए कई सारे बदलाव के साथ html5 को विकसित किया गया। html5 में एचटीएमएल से ज्यादा विशेषताएं हैं। इसमें बहुत सारे नए फीचर और एडवांस टेक्स्ट ऐड किए गए हैं।

जिससे इसके कोड लिखने में आसानी होती है। html5 में बहुत सारे ऐसे टेक्स्ट जोड़े गए हैं जिसके द्वारा आप वेब पेज में आसानी से ग्राफिक्स, ऑडियो, वीडियो इत्यादि ऐड कर सकते हैं।
पहले के वेब पेज में डायरेक्ट ऑडियो और वीडियो ऐड नहीं किया जा सकता था लेकिन html5 के आने के बाद आप ऑडियो और वीडियो टेक्स्ट के द्वारा आसानी से अपने वेबपेज पर जोड़ सकते हैं। इसमें और भी बहुत सारे ऐसे फीचर मौजूद हैं जिससे यूजर को वेब पेज डिजाइन करने में कम कोड लिखना पड़ता है।
HTML 5 के फीचर:-
html5 में बहुत से ऐसे फीचर हैं जिससे एचटीएमएल के बाकी वर्जन से पूरा अलग और अनोखा बनाते हैं।
1.simple and secure :-
html5 के टेक्स्ट को यानी कि सिंटेक्स को सिंपल बनाया गया है इसके सभी टेक्स्ट को शार्ट कर दिया गया है जिससे की यूजर को आसानी से सारे टेक्स्ट याद रह सके। एचटीएमएल के पहले वाले वर्जन में डॉक्यूमेंट टाइप डिक्लेरेशन लिखा जाता था। जो यह बताता था कि वह पेज में किस तरह के डॉक्यूमेंट दर्शाए गए हैं। यह डिक्लेरेशन एचटीएमएल के वेब पेज में सबसे ऊपर में ही लिखा हुआ रहता था।
पुराने वर्जन में बहुत ही लंबा डिक्लेरेशन लिखना पड़ता था, लेकिन नए वाले वर्जन में यानी कि html5 में इसे भी छोटा किया गया है। हालांकि लिखने में आसानी हो, html5 में कोड डी वर्क करना भी सिंपल है। डी वर्क का मतलब होता है कोर्ट में छिपे हुए एरर को ढूंढ निकालना।
html5 में कुछ हद तक इनविल्ट सिक्योरिटी फीचर भी जोड़े गए हैं। जिससे इसमें बनने वाले सभी वेब पेज सुरक्षित होते हैं।

2.HTMl 5में plugin की आवश्यकता:-
plugin बहुत सारे प्रोग्रामिंग कोड और फंक्शन का कलेक्शन होता है। जो कि हमें वेबसाइट में एक्स्ट्रा फीचर्स जोड़ने की फैसिलिटी प्रदान करता है। एचटीएमएल में पहले किसी भी तरह का ऑडियो और वीडियो फाइल ऐड करने के लिए plugin की आवश्यकता होती थी, जिसे वेबसाइट की लोडिंग स्पीड बढ़ जाती थी और वेबसाइट को खोलने में ज्यादा समय लगता था।
लेकिन html5 में अब plugin की आवश्यकता बहुत ही कम होती है। क्योंकि वेब पेज में ऑडियो वीडियो फाइल को ऐड करने के लिए अलग से टेक्स्ट और एटीब्यूट को जोड़ा गया है। जैसे कि अब आसानी से दोनों फाइल को ऐड किया जा सकता है। और इससे वेबसाइट भी बहुत तेजी से खुल पाती है।
3.Graphics design:-
अब तक एचटीएमएल में ग्राफिक्स और एनिमेशन बनाने के लिए कोई मैकेनिज्म उपलब्ध नहीं था, लेकिन html5 की वजह से वेब डेवलपर, ग्राफिक्स और एनिमेशन को डायरेक्ट वेब पेजेस में डाल सकते हैं। इसके लिए एक स्पेशल टैग कैनवास का इस्तेमाल किया जाता है।
इस टैग के मदद से बहुत से ग्राफिक्स कॉम्पोनेंट्स वेब पेज में ऐड किए जा सकते हैं। जैसे बॉक्सेस, सर्कल्स, टेक्स्ट, और इमेज।
4.mobile web को आसान बनाया गया:-
आज हर एक छोटे बड़े क्षेत्र में काम करने वाले व्यक्ति के पास एक स्मार्टफोन जरूर होता है। और आजकल सभी लोग जानकारी हासिल करने के लिए वेबसाइट का इस्तेमाल करते हैं।
यूजर किसी भी मोबाइल डिवाइस के माध्यम से किसी भी समय रिसोर्सेज तक पहुंचना चाहते हैं। एचटीएमएल में बनाए गए वेब पेज यूजर फ्रेंडली नहीं होते, लेकिन html5 में मोबाइल और टेबलेट से संचालित इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों के लिए वेब पेज को मोबाइल से port के लिए सेल बना दिया है। अब चाहे कोई भी छोटा या बड़ा डिवाइस हो उनमें वेब पेज आसानी से खुल जाते हैं। html5 में कई ऐसे नए टेक्स्ट जोड़े गए और हटाए गए हैं जिसके कारण आज वेब डेवलपर के बीच यह एक पॉपुलर लैंग्वेज बन चुका है।
आज के समय में अगर आपको वेब डेवलपर बनना है या कुछ काम शुरू करना है तो आपको एचटीएमएल और html5 लैंग्वेज को सीखना बहुत जरूरी है।
html5 बहुत ही आसान भाषा है। आप इससे कोचिंग लेकर या ऑनलाइन वीडियोस देखकर आसानी से सीख सकते हैं।
HTML का फुल फॉर्म/भाग:-
Hypertext
Markup
Language

Hypertext:-
हाइपरटेक्स्ट का तरीका है जिसके द्वारा वेब को एक्सप्लॉरर किया जाता है। यह एक साधारण टेक्स्ट ही होता है लेकिन हाइपरटेक्स्ट अपने साथ किसी अन्य टेक्स्ट को जोड़े सकता है। जिसे माउस क्लिक, टैप से दबाकर सक्रिय किया जाता है। इसकी यही विशेषता इसे साधारण टेक्स्ट से अलग करती है। हाइपर टेक्स्ट को हाइपरलिंक कहते हैं।
एचटीएमएल के Anchor(<a>)tags के द्वारा किसी भी टेक्स्ट को हाइपरलिंक बनाया जा सकता है। इसके अलावा इमेज, वीडियो साउंड आदि को भी हाइपरलिंक बनाया जा सकता है
इस प्रकार का लिंक डाटा हाइपरमीडिया कहलाता है।
Markup :-
एचटीएमएल HTML , वेब डॉक्यूमेंट बनाने के लिए”HTML tags”का उपयोग करती है। प्रत्येक एचटीएमएल टैग अपने बीच आने वाले टेक्स्ट को किसी प्रकार में परिभाषित करता है।
इसे ही मार्क अप कहते हैं। यह अपने बीच आने वाले टेक्स्ट को तिरछा करता है। इस पूरी प्रक्रिया को ही मार्क अप करना कहते हैं। और वेब पर मौजूद सभी वह डॉक्यूमेंट इसी तरह फॉर्मेट किए जाते हैं।
Language:-
एचटीएमएल एक भाषा है। क्योंकि यह वह डॉक्यूमेंट बनाने के लिए code word का इस्तेमाल करती है। जिन्हें टैग्स कहते हैं और इन टैग को लिखने के लिए एचटीएमएल का सिंटेक्स भी है। इसलिए यह एक भाषा भी है। इसके 3 मुख्य भाग होते हैं एलिमेंट, टैग्स और टेक्स्ट है।
नोट:-किसी भी HTML डॉक्यूमेंट में पहला टैग <html>होना चाहिए।
उपयोग: — एचटीएमएल का उपयोग वेब डॉक्यूमेंट बनाने के लिए किया जाता है। मगर यह सिर्फ वह डॉक्यूमेंट बनाने तक सीमित नहीं है, क्योंकि एचटीएमएल वेब का आधार है। इसके बिना वेब का निर्माण की कल्पना भी नहीं की जा सकती हैं।
# डॉक्यूमेंट बनाने के अलावा इसका उपयोग वेब पेज डेवलपमेंट करने में भी किया जाता है।
# नेविगेशन बनाने में किया जाता है।
# गेम डेवलपमेंट करने में किया जाता है इसका उपयोग।
# रेस्पॉन्सिव ग्राफिक्स के बनाने में।
# वेब डॉक्यूमेंट फॉर्मेटिंग करने में किया जाता है।
HTML tag क्या है?:-
एचटीएमएल टैग बहुत सारे कैरेक्टर का एक सेट होता है। जो की एचटीएमएल लैंग्वेज में कमांड्स का काम करता है। जिसके द्वारा हम अपने वेब पेज को डिजाइन करते हैं।
एचटीएमएल टैग वेब पेज में हिडन कीवर्ड होता है जो कि हमारे वेब ब्राउज़र को यह बताता है कि इस वेबपेज को इस प्रकार फॉर्मेटिंग करना है।
टैग दो प्रकार के होते हैं:-
1. Container/pair tag:-
यह ऐसे टैग होते हैं जिनके दोनों पॉइंट होते हैं, जिन को स्टार्ट करते हैं तो बंद भी किया जाता है। इनको कंटेनर टैग इसलिए कहते हैं क्योंकि यह अपने अंदर कुछ न कुछ कॉन्टेंट को सेलेक्ट करके रखता है।
2. Empty /singular tag:-
ऐसे tag जिनके क्लोजिंग टैग नहीं होते हैं उसे empty tag कहते हैं, जिनको बंद नहीं किया जाता है। इनमें बंद करने वाला टैग नहीं होता है।
HTML की विशेषता:-
1. एचटीएमएल को सीखना बहुत आसान होता है तथा इसका उपयोग करना भी आसान होता है।
2. एचटीएमएल का उपयोग वेबसाइट बनाने के लिए किया जाता है।
3. एचटीएमएल में लिंक और टेक्स्ट को जोड़ सकते हैं।
4. एचटीएमएल डॉक्यूमेंट में वीडियो, ऑडियो तथा इमेज को जोड़ा जा सकता है।