कंप्यूटर की विशेषताएँ एवं प्रकार

आज मैं आपको बताने वाली हूँ कंप्यूटर की विशेषताएँ एवं प्रकार यानी कि फीचर्स ऑफ कंप्यूटर अगर आप कंप्यूटर की पढ़ाई कर रहे हैं और आपको इसके विशेषताओ के बारे में नहीं पता तो यह आपके लिए एक बहुत ही गलत इम्पैक्ट पड़ता है आपकी स्टडी में, इसआर्टिकल की मदद से हम कंप्यूटर से रिलेटेड उसकी विशेषता बताने के लिए आप सभी का हेल्प करेंगे ।

कंप्यूटर की विशेषताएँ एवं प्रकार
कंप्यूटर की विशेषताएँ एवं प्रकार

कंप्यूटर की विशेषताएँ

1. शुद्धता(Accuracy):-

कंप्यूटर द्वारा उत्पादित परिणाम पूर्ण रूप से सही होते हैं। यदि कंप्यूटर में सही डाटा इनपुट किया गया है, तो प्राप्त परिणाम एकदम सटीक होगा। कंप्यूटर जी आई जी ओ GIGO(Garbage in garbage out)किस सिद्धांत पर काम करता है।

2. गति(speed):-

कंप्यूटर बहुत ही उच्च गति पर डाटा को प्रोसेस करता है ।कंप्यूटर डाटा की एक बड़ी मात्रा को संसाधित करने के लिए केवल कुछ ऐसे कर लेता है ।अर्थात एक लाख निर्देशों को एक सेकंड में ही संसाधित किया जा सकता है।

3. उच्च संग्रहण क्षमता(high storage capacity):-

कंप्यूटर की मेमोरी बहुत ही विशाल होती है ,और एक बहुत ही कॉन्पैक्ट ढंग से डाटा को एक बड़ी मात्रा में स्टोर कर सकते हैं। कोई भी डाटा या जानकारी कंप्यूटर में एक लंबे समय तक के लिए संग्रहित रहता है इस सुविधा के साथ पुनरावृति से बचा जा सकता है।

4. परिश्रम शीलता(Diligence):-

एक मशीन होने के नाते, एक कंप्यूटर थकान, एकाग्रता की कमी और बोरियत से मुक्त होता है। कंप्यूटर जिस गति में पहले निर्देश को संसाधित करता है, उसी गति से आखिरी निर्देश को संसाधित करने में सक्षम होता है।

5. विविधता(Diversity):-

कंप्यूटर अनेक प्रकार के कार्यों को करने में उपयोग किया जा सकता है, जैसे की हम पत्र लिखने के लिए, पत्र तैयार करने, संगीत सुनने, वस्तु सूची के प्रबंधन बैंकिंग और अनेक प्रकार के कार्य कर सकते हैं।

6. सीमा(Limitation):-

कंप्यूटर एक मुख्य मशीन है और वह स्वयं कुछ नहीं कर सकता है। कंप्यूटर एक इलेक्ट्रॉनिक मशीन है, जो के डाटा को ग्रहण करने की क्षमता रखता है। और दिए गए दिशा-निर्देशों का पालन करते हुए इंफॉर्मेशन या सिग्नल के रूप में आउटपुट देता। एक अप्रत्याशित स्थिति में, कंप्यूटर अपने दम पर कोई भी निर्णय नहीं ले सकता है। निर्देशों के क्रम को कंप्यूटर से नहीं बदला जा सकता है। कंप्यूटर का आई क्यू (Intelligent quotient)नहीं होता है।

कंप्यूटर की विशेषताएँ एवं प्रकार – प्रकार निचे है

कंप्यूटर का वर्गीकरण (classification of computer):-

1. Generation:-

First-generation.

Second generation.

Third generation.

4th generation.

Fifth-generation.

2. Data processing (working):-

डिजिटल कंप्यूटर(digital computer)

एनालॉग कंप्यूटर(analogue computer)

हाइब्रिड कंप्यूटर(hybrid computer)

A. अनुप्रयोग के आधार पर:-

1. एनालॉग कंप्यूटर(analogue computer):-

यह भी कंप्यूटर होते हैं जो भौतिक राशियों जैसे-दाब(pressure), तापमान(temperature), लंबाई(length), ऊंचाई(height), आदि को माफ कर उनके परिणाम अंकों में व्यक्त करते हैं।

1. यह कंप्यूटर किसी राशि का माप तुलना के आधार पर करते हैं।

2. इनमें एनालॉग संकेत सतत होते हैं।

3. इनका उपयोग विज्ञान और इंजीनियरिंग के क्षेत्र में होता है।

4. उदाहरण :-स्पीडोमीटर, घड़ियां ,विद्युत मीटर, थर्मामीटर, वोल्टमीटर, भूकंप सूचक यंत्र आदि।

2. डिजिटल कंप्यूटर(digital computer):-

1. यह कंप्यूटर अंकों पर कार्य करते हैं।

2. यह उन्हीं डाटा पर कार्य करते हैं जो बाइनरी डिजिट(1,0) के रूप में होते हैं।

3. यह कंप्यूटर गणना करने के साथ-साथ तार्किक क्रिया भी करता है।

4. डिजिटल कंप्यूटर के संकेत और सतत होते हैं।

5. यह कंप्यूटर बहुउद्देशीय होने के कारण विविध कार्यों में प्रयुक्त होते हैं।

उदाहरण:- डेस्कटॉप कंप्यूटर, लैपटॉप आदि।

कंप्यूटर की विशेषताएँ एवं प्रकार
कंप्यूटर की विशेषताएँ एवं प्रकार

3. हाइब्रिड कंप्यूटर(hybrid computer):-

1. इन कंप्यूटरों में एनालॉग और डिजिटल दोनों कंप्यूटर के गुणों का समावेश होता है।

2. यह कंप्यूटर टॉप गति ,प्रवाह आदि संकेतों पर कार्य करते हुए गणना करने एवं तार्किक क्रियाएं करने का भी कार्य कर सकते हैं।

3. इनका आउटपुट अंको अथवा मापने की किसी इकाई के रूप में होता है।

4. उपयोग- चिकित्सा के क्षेत्र में, रडार प्रणाली में।

उदाहरण-ECG, dialysis मशीन।

B. आकार (size)के आधार पर:-

1. माइक्रो कंप्यूटर(micro computer):-

माइक्रो कंप्यूटर का विकास 1970 में हुआ था। यह कंप्यूटर आकार में छोटे होते थे और एक कंप्यूटर एक डिस्क पर या ब्रीफकेस में भी रख सकते हैं। इन छोटे कंप्यूटर को माइक्रो कंप्यूटर कहते हैं। इन कंप्यूटर का उपयोग पर्सनल काम के लिए भी किया जाता है, इसलिए पर्सनल कंप्यूटर भी कहा जाता है।

इस कंप्यूटर का इस्तेमाल बड़े बिजनेस में वर्ड प्रोसेसिंग और फाइलिंग सिस्टम में किया जाता है। और छोटे सिस्टम मैं इकाउंटिंग के लिए किया जाता है। और साथ ही साथ इसका इस्तेमाल इंटरटेनमेंट के लिए भी किया जा सकता है।

हम लोग जो कंप्यूटर इस्तेमाल करते हैं वह चाहे डेस्कटॉप हो चाहे लैपटॉप पर्सनल कंप्यूटर होता है।

1. इनमें एक ही सीपीयू होता है।

2. इन कंप्यूटरों में माइक्रोप्रोसेसर का प्रयोग किया जाता है।

3. इन कंप्यूटरों को PC भी कहा जाता है।

नोट:-भारत में निर्मित पहला कंप्यूटर सिद्धार्थ था।

पेंकमैंन में नामक कंप्यूटर खेल के लिए नियमित किया गया था।

2. मिनी कंप्यूटर(mini computer):-

मिनी कंप्यूटर का आकार माइक्रो कंप्यूटर से बड़ा और मेनफ्रेम कंप्यूटर से छोटा होता है। इस मशीन में एक से अधिक सीपीयू होते हैं। मिनी कंप्यूटर की स्पीड मेनफ्रेम कंप्यूटर से कम और माइक्रो कंप्यूटर से अधिक होती है। इस कंप्यूटर पर एक ही समय पर 1 से ज्यादा लोग काम कर सकते हैं। मिनी कंप्यूटर का उपयोग बड़ी-बड़ी कंपनियों में, यातायात में यात्रियों के आरक्षण के लिए, सरकारी ऑफिस में, तथा बैंकों में बैंकिंग कार्य के लिए किया जाता है।DEC(digital equipment corporation) ने 1965 में PDP-8 यह सबसे पहला मिनी कंप्यूटर तैयार किया था। और इस कंप्यूटर की कीमत $18000 थी और वह एक रेफ्रिजरेटर के आकार का था।

1. मिनी कंप्यूटर आकार और क्षमता में माइक्रो से बड़े होते हैं।

2. सबसे पहला मिनी कंप्यूटर पीडीपी 8 था। और इसका विकास डी ई डी कंपनी ने 1965 में तैयार किया था।

3. यह आकार में रेफ्रिजरेटर के बराबर होते हैं।

4. माइक्रो कंप्यूटर में एक सीपीयू होता है, जबकि मिनी कंप्यूटर में एक से ज्यादा सीपीयू होते हैं। और एक से ज्यादा व्यक्ति काम भी कर सकते हैं।

5. क्या मल्टिप्रोसेसिंग और multi-user कंप्यूटर है।

उपयोग-छोटी कंपनियां, बड़े कार्यालयों, बैंक आदि में होता है।

उदाहरण-AS 400,HP 9000,RISC 6000.

3. मेनफ्रेम कंप्यूटर(mainframe computer):-

इसकी प्रोसेसिंग पावर मिनी कंप्यूटर से ज्यादा होती है और यह साइज में बड़े होते हैं। इन कंप्यूटरों में अत्यधिक मात्रा में डाटा को फास्ट स्पीड से प्रोसेस करने की कैपेसिटी अधिक होती है। इसलिए बड़ी-बड़ी कंपनियों में इसका इस्तेमाल किया जाता है। बैंक तथा सरकारी विभागों में भी इसका उपयोग मेनफ्रेम कंप्यूटर का सेंट्रल कंप्यूटर के रूप में किया जाता है।

1. यह मिनी कंप्यूटर से बड़े और सुपर कंप्यूटर से छोटे होते थे।

2. इस तरह के कंप्यूटर पर एक ही समय में 256 से ज्यादा यूजर्स काम कर सकते हैं।

3. अमेरिका की आईबीएम कंपनी ने मेनफ्रेम कंप्यूटर को सबसे पहले बनाया था।

4. उपयोग-रेलवे आरक्षण, बीमा कंपनियों अनुसंधान संस्थान आदि में होता है।

उदा.-IBM 4300,IBM 4381,VAX 8842 इत्यादि।

कंप्यूटर की विशेषताएँ एवं प्रकार
कंप्यूटर की विशेषताएँ एवं प्रकार

4. वर्क स्टेशन कंप्यूटर(workstation computer):-

वर्क स्टेशन एक कंप्यूटर है, जो एक stand-alone सिस्टम के रूप में काम करता है। पहले यह एक पर्सनल कंप्यूटर के समान कार्य करते थे, लेकिन अब इसकी तुलना में अधिक सक्षम और तेज हैं। इससे यूनिक्स ऑपरेटिंग सिस्टम के यूजर के लिए विकसित किया गया था।

वर्क स्टेशन के कांसेप्ट को मुख्य रूप से छोटे इंजीनियर, ग्राफिक डिजाइनिंग, और आर्किटेक्चर कंपनियों और संगठन में लागू किया जाता है। जहां फर्स्ट माइक्रोप्रोसेसर, रैम,हाई स्पीड वाले ग्राफिक्स की आवश्यकता होती है।

5. सुपर कंप्यूटर(supercomputer):-

सुपर कंप्यूटर एक स्पेशल कंप्यूटर है, जोकि जनरल पर्पस कंप्यूटर की तुलना में हाई लेवल की कैलकुलेशन और कंप्यूटिंग और परफॉर्म कर सकता है। इसलिए सुपरकंप्यूटर उस कंप्यूटर को कहा जाता है, जो किसी भी समय में सभी अवेलेबल कंप्यूटर सिस्टम की तुलना में सबसे तेज और पावरफुल होता है।

इस सिस्टम को वहां पर काम में लिया जाता है, जहां पर पावर और फास्ट प्रोसेसिंग के साथ रियल टाइम टास्क परफॉर्म करनी होती है। स्टार्टिंग में सुपर कंप्यूटर को साइंटिफिक और इंजीनियरिंग एप्लीकेशन जिनमें बहुत ज्यादा डेटाबेस और हाई लेवल कंपटीशन की जरूरत होती थी, वहां पर काम में लिया जाता था। सुपर कंप्यूटर जितना फास्ट होता है उतना ही एक्सपेंसिव और महंगा होता है। इसलिए सुपरकंप्यूटर को बनाना और इसको इस्तेमाल करना इतना आसान नहीं होता।

1. यह कंप्यूटर आकार में सबसे बड़े होते हैं यह अब तक के सबसे शक्तिशाली कंप्यूटर है।

2. सुपर कंप्यूटर में हजारों में माइक्रो प्रोसेसर लगे होते हैं।

3. विश्व का पहला सुपर कंप्यूटर 1964 में बना था,CDC 6600

4. विश्व का सबसे सफल सुपर कंप्यूटर 1976 में बना,CRAY ।

अब हम बात करते हैं कि सुपर कंप्यूटर कहां कहां पर काम में आता है,

सुपर कंप्यूटर बहुत ही पावरफुल और एक्सपेंसिव होते हैं इसलिए इनको वहीं पर काम में लिया जाता है जहां पर स्पेशलाइज एप्लीकेशन को इसकी जरूरत होती है।

जैसे कि*-क्वांटम मैकेनिक्स, क्लाइमेक्स, रिसर्च मौलिकुलर, मॉडलिंग, एनिमेटेड ग्राफिक्स, एनर्जी रिसर्च इत्यादि।

कंप्यूटर का सिद्धांत:-जब हम इनपुट देते हैं तो, सीपीयू में प्रोसेसिंग होती है और बाद में मॉनिटर पर आउटपुट मिलता है।

जैसे कि हमने कीबोर्ड से किसी की key को press किया तो इसकी सबसे पहले सीपीयू में प्रोसेसिंग होगी, और उसके बाद हमें मॉनिटर पर उस key से संबंधित आउटपुट दिखाई देगा। और कुछ इनपुट ऐसे होते हैं जो प्रोसेसिंग के बाद स्टोरेज डिवाइस में स्टोर हो जाते हैं।

कंप्यूटर की विशेषताएँ एवं प्रकार – विशेषताएँ ऊपर हैं |

Computer Notes:-

CPU=Central processing unit.

RAM=Random access memory.

ROM=Read only memory.

ALU=Arithmetic logic unit.

CU=Control unit.

HDD=Hard disk drive.

DATA=संख्या, तथ्य और आंकड़ों को ही डाटा कहते हैं।

PROGRAM=कंप्यूटर की किसी विशिष्ट भाषा में लिखे गए निर्देशों के समूह को प्रोग्राम कहते हैं।

INFORMATION=अर्थपूर्ण डाटा को सूचना या इंफॉर्मेशन कहते हैं।

कंप्यूटर की विशेषताएँ एवं प्रकार
कंप्यूटर की विशेषताएँ एवं प्रकार

कंप्यूटर प्रकार ( सभी प्रकार )

कंप्यूटर के प्रकार मुख्य फ्रेम सुपर कंप्यूटर से लेकर घरेलू कंप्यूटर तक विभिन्न प्रकार के कंप्यूटर हैं। विशेषताओं और शक्ति के आधार पर हम विभिन्न प्रकार के कंप्यूटरों की पहचान कर सकते हैं। नीचे हम मुख्य लोगों को सूचीबद्ध करते हैं:

  • सुपर कंप्यूटर। एक सुपर कंप्यूटर उच्च कंप्यूटिंग शक्ति के साथ एक कंप्यूटर है जो विशिष्ट संचालन करने में माहिर है। इसका उपयोग मुख्य रूप से विज्ञान में किया जाता है।
  • मेनफ्रेम । मेनफ्रेम एक उच्च-प्रदर्शन कंप्यूटर है जो बहुत जटिल डेटा प्रसंस्करण करने में सक्षम है।
  • मिनी कंप्यूटर । एक मिनी कंप्यूटर एक कंप्यूटर है जिसमें एक माइफ्रेम और एक माइक्रोकंप्यूटर के बीच मध्यवर्ती प्रदर्शन और शक्ति होती है, जो कई उपयोगकर्ताओं तक पहुंच की अनुमति देने में सक्षम होती है।
  • माइक्रो कंप्यूटर । एक माइक्रो कंप्यूटर एक एकल माइक्रोप्रोसेसर की उपस्थिति की विशेषता वाला एक कंप्यूटर है।
  • कार्यस्थान। एक वर्कस्टेशन एक उच्च-प्रदर्शन एकल-उपयोगकर्ता कंप्यूटर है जिसका उपयोग पेशेवर सॉफ़्टवेयर चलाने के लिए किया जाता है।
  • कंप्यूटर नेटवर्क. एक कंप्यूटर नेटवर्क एक कंप्यूटर आर्किटेक्चर है जो कई कंप्यूटरों को एक दूसरे के साथ सीधे संचार में रख सकता है। Computer Network को Network भी कहा जाता है।
  • पर्सनल कंप्यूटर। व्यक्तिगत कंप्यूटर एक उपयोगकर्ता की औसत आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए पर्याप्त शक्ति और प्रदर्शन के साथ एक कंप्यूटर है।
  • फिक्स्ड कंप्यूटर. Desktop Computer एक प्रकार का Personal Computer है। यह एक ATX बोर्ड के मानक आकार की विशेषता है। इसमें क्षैतिज (डेस्कटॉप) या ऊर्ध्वाधर (टॉवर) आकार हो सकता है।
  • लैपटॉप। लैपटॉप एक व्यक्तिगत कंप्यूटर है जिसे बाहरी और मोबाइल उपयोग (पोर्टेबिलिटी) के लिए डिज़ाइन किया गया है। यह आपके पीसी के रूप में एक ही सॉफ्टवेयर का उपयोग करता है लेकिन थोड़ी कम शक्ति की विशेषता है।
  • नेटवर्क कंप्यूटर. यह न्यूनतम हार्डवेयर आर्किटेक्चर वाला एक कंप्यूटर है। डेटा संसाधन के लिए किसी केंद्रीय कंप्यूटर से टेलीमैटिक कनेक्शन (नेटवर्क कनेक्शन) की आवश्यकता होती है.
  • हैंडहेल्ड कंप्यूटर (पीडीए) । हैंडहेल्ड कंप्यूटर एक छोटा लैपटॉप है। यह व्यक्तिगत आयोजकों और इलेक्ट्रॉनिक एजेंडा के लिए एक विकसित प्रतिस्थापन है।
  • टैबलेट कंप्यूटर. टैबलेट कंप्यूटर मोबाइल उपयोग (पोर्टेबिलिटी) के लिए कंप्यूटर उपकरण हैं। इनमें टच-स्क्रीन टच स्क्रीन और डिजिटल कीबोर्ड की सुविधा है। वे विशिष्ट सॉफ़्टवेयर और ऑपरेटिंग सिस्टम का उपयोग करते हैं।

उपभोक्ता के दृष्टिकोण से, कंप्यूटर सभी “व्यक्तिगत कंप्यूटर” (डेस्कटॉप कंप्यूटर और लैपटॉप) और “व्यक्तिगत आयोजकों” (इलेक्ट्रॉनिक एजेंडा) से ऊपर है। कंप्यूटर की अन्य श्रेणियां पेशेवर कंप्यूटरों की पहचान करती हैं, जो उच्च प्रसंस्करण और भंडारण प्रदर्शन की विशेषता है।

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