सीपीयू(CPU) क्या है?

सीपीयू (CPU) का फुल फॉर्म सेंट्रल प्रोसेसिंग यूनिट(central processing unit) है। सीपीयू कंप्यूटर का इलेक्ट्रॉनिक दिमाग है।

एक पर्सनल कंप्यूटर (personal computer)में सीपीयू(CPU) आमतौर पर एक चिप हैं। यह कंप्यूटर से जुड़े विभिन्न उपकरणों (different devices)को नियंत्रित (control)करता है। यह उपयोगकर्ता (user)या सॉफ्टवेयर (software)से आने वाले निर्देशों (interactions)का आयोजन (organizes)और संचालन(operations) करता है। Processor कई घटकों (components) से बना है। उनमें से दो नाम Arithmetic and logic unit और control unit हैं।

सरल शब्दों में कहे तो सीपीयू (CPU) एक इकाई(unit) और अंग (components) है जिसका उपयोग डाटा प्रोसेस करने में किया जाता है और उसे सार्थक जानकारी(meaningful information) में परिवर्तित करता है।

सीपीयू (CPU) प्रोसेसर (processor)कंप्यूटर के मदरबोर्ड (motherboard)में लगा होता है। Motherboard एक कठोर आयताकार कार्ड है जिसमें सर्किट होती है जो प्रोसेसर और कंप्यूटर को बनाने वाले अन्य सभी घटकों (components)को जोड़ती है। अधिकांश पर्सनल कंप्यूटर में, कुछ घटक(component), सीधे मदरबोर्ड(motherboard) से जुड़े होते हैं और कुछ अपने छोटे सर्किट बोर्ड पर रखे जाते हैं, जो मदर बोर्ड में बने विस्तार स्लॉट (expansion slot)में जोड़ा जाता है।

कंप्यूटर के प्रसंस्करण क्षमता (प्रोसेसिंग कैपेसिटी) को एक ऑपरेशन में सीपीयू (CPU) द्वारा संसाधित डाटा की मात्रा के संदर्भ में मापा जाता है।

CPU के तीन महत्वपूर्ण उप इकाइयां (sub units):-

1. Arithmetic logic unit

2. Control unit

3. Memory unit

सीपीयू(CPU) क्या है?
सीपीयू(CPU) क्या है?

1.Arithmetic logic unit (ALU):-

ALU(arithmetic logic unit) एक इलेक्ट्रॉनिक सर्किट है जो अंकगणितीय ऑपरेशन करने के लिए प्रयोग किया जाता है। जैसे कि जोड़, घटाना,गुणा,भाग । इस यूनिट में तार्किक ऑपरेशन भी होते हैं। जैसे कि उससे कम, अधिक या बराबर इत्यादि। वह इनपुट डिवाइस द्वारा प्रदान किए गए डाटा पर ऑपरेशन करता है।

Logical operation का उपयोग यह निर्धारित करने के लिए किया जाता है कि क्या विशेष कथन सत्य है या गलत है।

Main memory में जो टाटा होता हैALU उसको operats करता है। और उसे प्रोसेस करने के बाद वापस से मेन मेमोरी में भेज देता है।

2. कंट्रोल यूनिट(control unit):-

कंट्रोल यूनिट सभी अन्य यूनिट की गतिविधियों को कंट्रोल करता है। इसका मुख्य कार्य विभिन्न यूनिट के बीच डाटा और जानकारी के हस्तांतरण को नियंत्रित करना और अंकगणितीय तर्क(arithmetic logic unit) unit द्वारा उचित क्रियाएं शुरू करना है। अवधारणात्मक रूप से, कंट्रोल यूनिट मेमोरी से निर्देश प्राप्त करते हैं उन्हें decodes करते हैं और निर्दिष्ट कार्य करने के लिए उन्हें विभिन्न इकाइयों को निर्देशित करती है।

3. मेमोरी यूनिट(memory unit):-

मेमोरी यूनिट को प्राइमरी मेमोरी(primary memory) भी कहा जाता है। उसका उपयोग अस्थाई रूप से डाटा स्टोर करने के लिए किया जाता है। हालांकि, कंप्यूटर में सभी कार्य (operation), के पीछे का मस्तिष्क सीपीयू (CPU) ही होता है। इसे डाटा को प्रोसेस करने के लिए विदेश देना पड़ता है, कि डाटा के साथ क्या करना है?

यदि सीपीयू (CPU) एक बार निर्देश का पालन कर लेता है तो फिर इस परिणाम को स्टोर करने की आवश्यकता पड़ता है। यह स्टोरेज स्पेस कंप्यूटर मेमोरी के द्वारा प्रदान किया जाता है। इनपुट डिवाइस द्वारा प्रदान किया गया डाटा, और उस प्रोसेस डाटा का परिणाम मेमोरी यूनिट में भी स्टोर किया जाता है। यह मेन मेमोरी एक स्क्रैच पैड की तरह है। मेमोरी की भंडारण क्षमता आमतौर पर मेगा बाइट्स(MB) में मापा जाता हैं।

Capacity of memory:-

8 Bits=10Byte

1024 Bytes=1 Kilobytes(KB)

1024 Kilobytes=1 Megabytes (MB)

1024 Megabytes=1 Gigabytes (GB)

1024 Gigabytes = 1 Terabyte (TB)

How to CPU works?(सीपीयू काम कैसे करता है):-

कंप्यूटर में डाटा लेना, उसे प्रोसेस करके आगे भेजना, दिखाना तथा हार्डवेयर, सॉफ्टवेयर के बीच काम करना उसे कंट्रोल करना और यूजर द्वारा दिए गए निर्देश पर काम करना सीपीयू (CPU) का काम होता है। सीपीयू (CPU) कंप्यूटर का मुख्य भाग् हैं। कंप्यूटर सिस्टम के सभी उपकरण सीपीयू (CPU) से जुड़े होते हैं।

Components of the CPU (सीपीयू के उपकरण):-

1. Motherboard:-

हमारे कंप्यूटर में जितने भी हार्डवेयर घटक होते हैं। सभी इसी मदरबोर्ड के द्वारा कनेक्ट किए जाते हैं जिनमें कुछ हार्डवेयर सिस्टम के बाहरी स्लोट से कनेक्ट किए जाते हैं।

2. Hard disk:-

इसी कंप्यूटर का सेकेंडरी मेमोरी भी कहा जाता है। जब भी हम कोई फाइल डाटा स्टोर करते हैं, तो वह हमारे कंप्यूटर में हार्ड डिस्क में आकर स्टोर हो जाता है। यह एक डाटा केबल के माध्यम से मदरबोर्ड से कनेक्टेड किया जाता है। उसी डाटा केबल के माध्यम से हम कोई भी डाटा को सेव कर सकते हैं। और एक्सेस करने के बाद करते हैं।

3. ROM:-

इस का फुल फॉर्म रीड ओनली मेमोरी होता है। यह बड़े साइज का काले रंग का होता है। यह मदर बोर्ड में इंस्टॉल रहता है। यह इनबिल्ट सॉफ्टवेयर होता है। यह परमानेंट और नॉन वैलाटाइन इसका मतलब अगर इसमें बिजली चली गई तो यह टाटा को नहीं मिटाता है परमानेंट रहता है। तथा अपने काम को कंटिन्यू करते रहता है।

इसलिए इसे फर्मवेयर कहते हैं, हालांकि रोम छोटा होता है बहुत बड़ा नहीं होता है। मतलब बहुत कम क्षमता के होते हैं। इसके एग्जांपल केवल कंप्यूटर में देखने को मिले ऐसा नहीं है यह कई जगह पर देखने को मिलता है। जैसे कि वाशिंग मशीन में एक डिजिटल मीटर में टाइमिंग सेट कर देते हैं और लाइट ऑन कर दिए और बीच में लाइट चली गई तो यह बंद हो जाएगा, इसके बाद लाइट आएगी तो यह फिर से चालू नहीं होगा बल्कि जहां रुका था वहीं से चालू होगा।

यह भी प्राइमरी मेमोरी होता है। इसका उपयोग कंप्यूटर और मोबाइल दोनों में होता है।

सीपीयू(CPU) क्या है?
सीपीयू(CPU) क्या है?

4. RAM:-

इस का फुल फॉर्म रेंडम एक्सेस मेमोरी होता है। इसे प्राइमरी मेमोरी भी कहा गया है। जब हम किसी प्रोग्राम को एक्सेस करते हैं उसे एक्सेस करने के लिए हमें रैम की आवश्यकता होती है। यह एक विशेष स्लोट के द्वारा कनेक्टटेड किए हुए रहते हैं।

5. Processor:-

इसे हम कंप्यूटर के मस्तिष्क के नाम से भी जानते हैं। जिस तरह मनुष्य का शरीर उनके मस्तिष्क द्वारा कंट्रोल किया जाता है उसी प्रकार कंप्यूटर को भी उसका मस्तिष्क यानी प्रोसेसर के द्वारा कंट्रोल किया जाता है। इसे कंप्यूटर मदरबोर्ड में एक विशेष स्लोट के द्वारा एक चीप की तरह इंस्टॉल किया जाता है। और जब प्रोसेसर अपना काम कर रहा होता है तब काम करने के दौरान कुछ ताप भी उत्पन्न होती है इसे कंट्रोल करने के लिए प्रोसेसर फैन का इस्तेमाल किया जाता है।

हम इसे कूलिंग फैन के नाम से भी जानते हैं। इस कूलिंग फैन को इसके जस्ट ऊपर इंस्टॉल करते हैं जो कि इस के तापमान को कंट्रोल बनाए रखने में मदद करता है।

6. SMPS & connecting wires:-

इसे हम कंप्यूटर का पावर हाउस भी कर सकते हैं। इसका काम या होता है कि हमारे कंप्यूटर में हर इलेक्ट्रिसिटी को पहुंचाते रहता है। जिसस हमारा कंप्यूटर रन कर पाता है। इसके केबल सीक्वे के अंदर सारे हार्डवेयर डिवाइस से कनेक्टेड रहता है। मदर बोर्ड, हार्ड डिस्क, डी वी डी रेटर हर जगह इसका एक एक पावर केबल जाता है। जिसके द्वारा ये इलेक्ट्रिसिटी प्रोवाइड करता है उस डिवाइस तक। कॉमली सारे कंप्यूटर में इतने सारे हार्डवेयर स्ट्रीट किए हुए आपको मिल जाएंगे।

7. UPS:-

UPS का full form uninterruptible power supply होता है।इसका मतलब बिना ब्रेक के पावर का सप्लाई होना। कंप्यूटर सिस्टम में यूपीएस का उपयोग करते हैं क्योंकि जब मेन सप्लाई कट हो जाती है तो उस टाइम हमारा कंप्यूटर ऑफ नहीं होता। क्योंकि या यूपीएस के वजह से ऑफिस नहीं होता है। बेसिकली यूपीएस सिंगल फेस और थ्री फेस दोनों में आता है। थ्री फेस कंप्यूटर पर यूज़ करते हैं जैसे कि कंप्यूटर घर पर है या इंडस्ट्री पर है तो जो 3 फेस का सिस्टम है उसको हम इंडस्ट्री में यूज करते हैं।

क्योंकि इंडस्ट्री में क्रिटिकल लोड ज्यादा होता है उसको हम वहां पर कट नहीं कर सकते वहां पर थ्री फेस यूपीएस यूज करते हैं।

8. DVD/CD R-W:-

ये भी हार्ड डिस्क की तरह मदरबोर्ड से कनेक्टेड रहते हैं।इसमें जब भी कोई सी डी /डी वी डी लगाते हैं तब हम उसके डाटा को एक्सेस कर पाते हैं सीपीयू (CPU) के फ्रंट साइड में पाया जाता है। जहां से हम डी वी डी या सी डी इसमें डाल सकते हैं और निकाल सकते हैं।

सीपीयू(CPU) क्या है?
सीपीयू(CPU) क्या है?

9. Graphic card:-

ग्राफिक कार्ड बेसिकली एक इलेक्ट्रॉनिक कार्ड या हार्डवेयर कॉन्पोनेंट होता है। जो आपके कंप्यूटर या लैपटॉप के अलावा स्मार्ट फोन में भी होता है। कंपनी के द्वारा कंप्यूटर के मदरबोर्ड में यह कार्ड आपको मिल जाता है। अगर आप चाहे तो बाजार से लाकर भी एक्सटर्नल ग्राफिक कार्ड अपने कंप्यूटर में लगा सकते हैं, हालांकि स्मार्टफोन में ग्राफिक कार्ड नहीं लगाया जा सकता है क्योंकि स्मार्टफोन में अलग से स्लॉट कार्ड लगाने के लिए नहीं दिया जाता है।

लेकिन कंप्यूटर में यह लगाना काफी आसान है। क्योंकि कंप्यूटर और लैपटॉप में इसको लगाने के लिए स्लॉट दिए जाते हैं। जिसमें आप अपने हिसाब से ग्राफिक्स कार्ड लगा सकते हैं।

अगर आपको गेमिंग का बहुत शौक है इसके अलावा आप अपने लैपटॉप पर वीडियो एडिटिंग बड़े सॉफ्टवेयर चलाना चाहते हैं तो उसके लिए कंप्यूटर में ग्राफिक्स कार्ड का होना बहुत जरूरी है। ग्राफिक कार्ड पर कंप्यूटर और लैपटॉप में होता है, लेकिन वह नॉर्मल ग्राफिक कार्ड होता है। जो इसी वीडियो को अच्छे से चला सकते हैं लेकिन आप नॉर्मल ग्राफिक कार्ड मे एडिटिंग बड़े सॉफ्टवेयर को नहीं चला सकते। ग्राफिक्स कार्ड का कारण कंप्यूटर को अच्छे से रन कराना होता है।

आम भाषा में कह तो ग्राफिक्स कार्ड का काम कंप्यूटर में चल रहे हैं वीडियो, गेम और एडिटिंग सॉफ्टवेयर को और भी अच्छे तरीके से चलाना होता है। बिना ग्राफिक कार्ड्स के गेमिंग चलाना मुश्किल हो जाता है अगर आप का गेम बार-बार हैंग हो रहा है ठीक तरीके से नहीं चल रहा है तो समझ लीजिए नॉर्मल ग्राफिक कार्ड है।

10. sound card:-

जिस तरह से गेम खेलने के लिए ग्राफिक कार्ड्स की जरूरत होती है, उसी तरह से साउंड का काम होता है उसको मैनेज करने के लिए एक अच्छी क्वालिटी की साउंड कार्ड की जरूरत होती है। साउंड कार्ड का काम जब किसी माइक से कोई इनपुट रिकॉर्ड कर रहे हैं तो जो रिकॉर्ड हो रहे हैं तो उसके सिग्नल एनालॉग फॉर्म में होते रहते हैं तो साउंड कार्ड उसको डिजिटल फाॅम में डाटा भेजता है।

डिजिटल सिग्नल में एनालॉग करके आउटपुट में देना। इसके अलावा पर्टिकुलर कोई वॉइस जैसे कोई भी वॉइस आप रिकॉर्ड कर रहे हैं वो जब आपकी कंप्यूटर में कन्वर्ट हो कर जाएगा तो उसके जाने के लिए जो टाइम है वह भी साउंड कार्ड पर डिपेंड करेगा। की आप किस तरह का साउंड कार्ड यूज कर रहे हैं।

यह सभी मिलकर कार्य करते हैं। यह बॉक्स के अंदर होते हैं।

सीपीयू (CPU) का आविष्कार:-

सीपीयू (CPU) का फुल फॉर्म होता है सेंट्रल प्रोसेसिंग यूनिट। सीपीयू (CPU) का आविष्कार चार्ल्स बैबेज ने किया था। चार्ल्स बैबेज को फादर ऑफ कंप्यूटर कहा जाता है।