Computer keyboard में 104 बटन होते हैं। इसे स्टैंडर्ड की बोलते हैं। तथा लैपटॉप में 102 स्टैंडर्ड की होते हैं। तथा ज्यादातर लोगों के द्वारा स्टैंडर्ड Computer keyboard को ही काम में लिया जाता है। इस Computer keyboard का उपयोग घर और ऑफिस में इस्तेमाल किया जाता है।
पहले के समय में जो Computer keyboard होते थे उसमें 84 बटन होता था किंतु अब के Computer keyboard में इसमें चेंज करके 104 बटन स्टैंडर्ड की के रूप में इस्तेमाल किया जाता है।

Tab key क्या है?:-
अगर हम माइक्रोसॉफ्ट वर्ड के अंदर फासला लेना चाहते हैं Computer keyboard की मदद से तो हम टैब की का इस्तेमाल करेंगे। यह Computer keyboard के अंदर होती है। जैसे ही आप एक टैब की दबाते हैं तो माइक्रोसॉफ्ट वर्ड के अंदर 0.5 इस चीज का जो स्पेस होता है टैब की से अवेलेबल होता है।
Tab key का यूज़ किस काम के लिए होता है:-
#1 First Benifits
कंप्यूटर में काम करते समय जब हम कोई फोल्डर बनाते हैं तो जल्दी जल्दी में उसका नाम हम कुछ भी रख देते हैं। तुम मान लीजिए आपके पास बहुत सारे फोल्डर है और आपको उसका नाम चेंज करना है तो नाम चेंज करने के लिए folder पर राइट क्लिक करते हैं, और रिनेम पर क्लिक करते हैं या फिर फोल्डर पर क्लिक करके Computer keyboard से F2 प्रेस करते हैं।
और नाम चेंज कर देते हैं। अगर दूसरे फोल्डर का नाम चेंज करना है तो उस पर क्लिक करके फिर दोबारा से F2 प्रेस करते हैं। इसी तरीके से और फिर फोल्डर का नाम चेंज करने के लिए बार-बार F2 प्रेस करना पड़ेगा। या फिर राइट क्लिक करके रीनेम पर क्लिक करना पड़ेगा।
किंतु अब आपको ऐसा नहीं करना है बहुत सारे फाइल हैं और आपको सभी का नाम एक साथ चेंज करना है तो एक बार में चेंज करने के लिए आपको यूज़ करना है Tab key , फोल्डर पर क्लिक करके एक बार आपको F2 प्रेस करना है।
टैब की प्रेस करते हैं फोल्डर का नाम आप डायरेक्ट चेंज कर सकते हैं। नाम प्रेस करते ही चेंज हो जाएगा।
#2 Second Benifits
कंप्यूटर के अंदर किसी भी सॉफ्टवेयर में अगर आप टेबल में काम कर रहे हैं तो एक सेल में नाम टाइप करके दूसरे सेल में जाना हो तो माउस से क्लिक करके जा सकते हैं लेकिन सभी में जाने के लिए आपको बार-बार माउस क्लिक करना पड़ेगा।
किसी भी एक सेल में टाइप करके दूसरे सेल में जाने के लिए आपको Computer keyboard से प्रेस करना है टैब की। तो आप दूसरे सेल में आ जाएंगे। एक सिंगल बॉक्स को सेल बोलते हैं और पूरे को हम कॉलम बोलते हैं।
इसी तरह टैब की आप प्रेस करेंगे तो आपका कर्सर दूसरे सेल में ऑटोमेटिक जंप करेगा। जब आप लास्ट में आने के बाद टैब की प्रेस करेंगे तो वह ऑटोमेटिक क्रिएट हो जाएगा।
#3 Third Benifits
ऑनलाइन कोई भी काम करते समय कई सारे ऑप्शन दिए हुए हैं आपको एक ऑप्शन टाइप करके दूसरे में जाना हो आपको बार-बार माउस से क्लिक करना पड़ेगा, तो सिंपली आपको दूसरे ऑप्शन में जाने के लिए टैब की प्रेस करना है।
इसी तरीके से अगर आप कोई फॉर्म फिल कर रहे हैं और आपको दूसरे ऑप्शन में जाना हो तो आप टाइप की को press करके जा सकते हैं।
कोई भी ऐसा कार्य करते समय जब बहुत सारे ऑप्शन दिए गए हैं अगर कोई मिस्टेक हो जाए टैब की प्रेस करके दूसरा ऑप्शन पर चले जाते हैं, तो आपको प्रेस करना है shift +Tab की और जो भी गलत है उसे आप हटा करके सही कर सकते हैं।
#4 Forth Benifits
कंप्यूटर में काम करते समय अगर माउस काम करना बंद कर देता है, किसी भी फाइल पर जाने के लिए या किसी भी फोल्डर को यूज करने के लिए टैब की प्रेस करने पर स्टार्ट बटन आ जाएगा और उससे कोई भी फाइल ओपन कर सकते हैं।
इसे कैंसिल करने के लिए आपको Esc बटन प्रेस करना है। और किसी भी फाइल और फोल्डर पर जाने के लिए टैब की प्रेस करेंगे और टास्कबार में जो भी एप्लीकेशन दीया हुआ है इसका पहला ऑप्शन सेलेक्ट हो जाएगा आप इनमें से किसी भी एप्लीकेशन को ओपन करने के लिए Computer keyboard से एयरो की का यूज करके उसे आपको सेट करना है और आप जैसे ही इंटर करेंगे तो वह ओपन हो जाएगा।
इसी तरीके से आप टैब की प्रेस करते जाएंगे तो आगे से सभी ऑप्शन सेलेक्ट होते जाएंगे। किसी भी फाइल या फोल्डर को सेलेक्ट करने के लिए सिर्फ आपको ऐरो की का यूज करना है और इंटर कर देना है।
#5 Fifth Benifits
कंप्यूटर के अंदर आप कोई ऐसा काम कर रहे हैं जिसमें आपको एक बराबर लाइन चाहिए जैसे आप कोई रिज्यूम बना रहे हैं जिसमें पर्सनल डिटेल दिया हुआ होता है इन सभी को बराबर लाइन में लिखना होता है।
अगर आप किसी भी नाम को टाइप करने के बाद स्पेस की टाइप करते हैं आप कितना भी काम कर लीजिए आपकी कोई भी लाइन एक बराबर नहीं आ पाएंगे।
तो इस टाइप कोई भी काम करना हो तो इसके लिए आपको प्रेस करना है टैब की।
#6 Sixth Benifits
आपने किस डेट में कौन-कौन सा फाइल फोल्डर या एप्लीकेशन सॉफ्टवेयर ओपन करके देखा था ,अपने कंप्यूटर लैपटॉप में काम किया था उसे देखने के लिए Computer keyboard से प्रेस करना है windows key +tab राइट साइड में आपको डेट दिखा देगा।
दूसरे डेट में देखने के लिए आपको Computer keyboard से प्रेस करना है down arrow key और नीचे खुलकर आ जाएगा । यह फीचर बड़ा ही कमाल का है। आप अपने कंप्यूटर या लैपटॉप में इसके द्वारा 1 महीने का रिकॉर्ड देख सकते हैं। कि आपने किस डेट में कौन सा फाइल, फोल्डर एप्लीकेशन सॉफ्टवेयर ओपन करके अपने वर्क किया था। किसी भी डेट में डायरेक्ट जाने के लिए प्वाइंटर पर क्लिक करके नीचे की ओर ड्रेक करना है सारे डेट दिख जाएंगे।
और अगर आपको किसी भी फाइल, फोल्डर को ओपन करना है तो सिंपल ही आपको डाउन एरो की प्रेस करके आपको उसे सेलेक्ट कर लेना है जिसे भी आप को ओपन करना है उस पर जाकर के आपको इंटर कर देना है। इंटर करते ही फाइल ओपन हो जाएगी। दोबारा से वही जाने के लिए, windows+Tab की press कर देना है।
और आपको कोई भी फाइल ओपन नहीं करना है तो इससे बाहर निकलने के लिए Computer keyboard से Esc प्रेस कर देना है तो जहां पर आप पहले थे वहीं पर दोबारा से वापस आ जाएंगे।
#7 Seventh Benifits
कंप्यूटर में काम करते समय आपको कोई फाइल, फोल्डर या बहुत सारे एप्लीकेशंस ओपन किया हुआ है और आपने कंप्यूटर के अंदर सिर्फ एक ही कंप्यूटर एप्लीकेशन सॉफ्टवेयर के अंदर काम कर रहे हैं, इसके साथ-साथ आपको दूसरा एप्लीकेशन ओपन करना है तो आपको उस पर क्लिक करना पड़ता है।
अब आपको माउस क्लिक करने की जरूरत नहीं है, आपके कंप्यूटर में जो भी फाइल है, फोल्डर है, या जो भी सॉफ्टवेयर है उसे देखने के लिए या उस पर जाने के लिए Computer keyboard से प्रेस करना है Alt +Tab तो आपको यहां पर दिखा देगा, और आपको जिस फाइल में जाना है alt प्रेस करके रखना है और टैब की प्रेस करेंगे तो वह ऑप्शन सेलेक्ट हो जाएगा जो भी आपका फाइल या फोल्डर है।
#8 Eightth Benifits
आपने अपने ब्राउज़र के अंदर अगर कई सारे ऑप्शन खोल कर रखा है, आपको ब्राउज़र के अंदर एक वेबसाइट से दूसरे वेबसाइट के अंदर जाने के लिए माउस से क्लिक करना पड़ता है। लेकिन अब आपको माउस से क्लिक करने की जरूरत नहीं है।
कभी भी एक वेबसाइट से दूसरे वेबसाइट में जाना हो तो Computer keyboard से ctrl +Tab प्रेस करके दूसरे वेबसाइट पर जा सकते हैं। अगर आपको दूसरे वेबसाइट से पहले वेबसाइट में आना है तो उसके लिए आपको प्रेस करना होगा ctrl +shift+Tab ।
#9 ninth Benifits
कंप्यूटर में काम करते समय कहीं पर भी आपको कई सारे ऑप्शन दिए गए हैं वहां आपको एक ऑप्शन से दूसरे ऑप्शन पर जाना हो तो उसके लिए आप टैब की का यूज कर सकते हैं।
#10 Tenth Benifits
एक्सेल के अंदर कैसे भी कॉलम में काम करते समय एक कॉलम में काम करके आपको दूसरे कॉलम में आना हो तो उसके लिए आप टैब की तो यूज कर सकते हैं।
ABCD को QWERTY में क्यों बदला गया?:-
पहले के Computer keyboard में ABCD इस तरह से अल्फाबेट दिए गए होते थे, किंतु अब के Computer keyboard में QWERTY इसलिए दिया क्या होता है क्योंकि Computer keyboard में ABCD दिया गया रहता था तो यूज़र के द्वारा बहुत फास्ट टाइपिंग किया जाता था। जिससे Computer keyboard के बटन में प्रॉब्लम आ जाती थी अर्थात उसके बटन काम करना बंद कर देते थे। जिससे इसे चलाना मुश्किल हो रहा था।

CAPS lock button क्या होता है?:-
जो एक बहुत ही जरूरी बटन होता है। सबसे ज्यादा इसको इस्तेमाल किया जाता है। कोई भी टाइपिंग करना चाहता है तो उसे कैप्स लॉक की के बारे में जानना बहुत जरूरी होता है।
कैप्स लॉक की कौन सी होती है?:-
कंप्यूटर या लैपटॉप में Computer keyboard जरूर होगा और यहां पर आपको Computer keyboard के उल्टे हाथ की तरफ तीन बटन मिलेंगे, टैब, कैप्स लॉक और शिफ्ट बटन। सेम ही दिखेगा इस में ज्यादा फर्क दिखाई नहीं देगा। बटन पर caps lock लिखा होता है।
कैप्स लॉक किस काम आती है?:-
जैसे कि हम कुछ टाइप करते हैं मान लीजिए a टाइप किया तो यह छोटे लेटर में आ रहा है और अगर यही पर है, कैप्स लॉक बटन को ऑन करें गे तो टाइप करने पर A बड़े लेटर में आ जाएगा। यह ऑटोमेटिक कैपिटल लेटर में टाइप होगा। इसके माध्यम से हम सारे लेटर कैपिटल लेटर में टाइप कर सकते हैं। जैसे ABCDEF
अगर हम कैप्स लॉक को बंद कर देते हैं तो यहां छोटे लेटर में टाइप होगा जैसे abcdef इस तरह से टाइप होगा। कैप्स लॉक ऑन करने पर उसमें एक लाइट जलता है।
Caps lock का यूज़:-
किसी भी लेटर को अगर बड़े लेटर में लिखना है तो उसके लिए कैप्स लॉक का यूज किया जाता है। यह की केवल अल्फाबेट की पर कार्य करते हैं।
Caps lock कैसे बंद करें?:-
कैप्स लॉक को बंद करने के लिए आपको अपने कंप्यूटर के Computer keyboard में कैप्स लॉक लिखा हुआ कुंजी दिखाई देगा उस बटन को दबाने पर कैप्स लॉक बंद हो जाएगा।
Shift key का उपयोग(Use of shift key in hindi):-
1. आपके कंप्यूटर में अगर कैप्स लॉक कौन हैं तो आप जो भी वर्ड लिखेंगे वह कैपिटल लेटर में टाइप होगा। अगर आपको बीच में कोई स्माल लेटर में लिखना है तो इसके लिए आपको कैप्स लॉक को बंद करना होगा, तब स्माल लेटर में लिखेंगे। तो ऐसे में शिफ्ट की (shift key) का यूज आता है शिफ्ट की को दबाकर जो भी अल्फाबेट लिखेंगे वह अप अपोजिट में होगा, यानी कि अगर कैप्स लॉक ऑन है तो आप स्विफ्ट के को दबाकर जो भी वर्ड लिखेंगे वह स्माल लेटर में लिखना होगा।
अगर आप स्माल लेटर में कोई वर्ड लिख रहे हैं, जैसे कि स्मॉल a लिख रहे हैं फिर आप सिर्फ कि को दबाकर रखेंगे तो कैपिटल लेटर में ए लिखाएगा।
2. इसमें आपको दो कैरेक्टर के अल्फाबेट दिए गए रहते हैं, एक । फुल स्टोप का, और दूसरा ग्रेटर का; तो यहां पर आपको फुल स्टोप ; के की को जब आप दबाएंगे तो आपको मेन जो कैरेक्टर है उसको लिखना होगा। अगर इसके अलावा जो ग्रेटर दैन का साइन है उसको यूज करना है तो शिफ्ट की को दबाकर यूज कर सकते हैं। यह कॉमन यूज है इसके बारे में लगभग सबको पता होता है।
जितने भी अल्फाबेट में डबल की करेक्टर्स दिखते हैं उसमें जो नीचे आपको दिया हुआ रहता है जैसे नंबर नीचे में जो भी नंबर दिया हुआ रहता है वह मेन है, शिफ्ट की दबा के यूज करना है वह ऊपर वाला है।
3. अब हम बात करते हैं तीसरी यूज कि जो कि बहुत इंपॉर्टेंट यूज़ होता है। हम जब भी किसी फाइल या फोल्डर को रीट करते हैं यही यूज़ फॉलो करते हैं।
आप राइट क्लिक करते होंगे तो वहां पर डिलीट का ऑप्शन आता होगा उस पर आप क्लिक करते होंगे तो आपकी जो फाइल या फोल्डर है वह रीसायकल बिन में चली जाती होगी, और जब आप उसको अपने कंप्यूटर से परमानेंटली रीड करना चाहते हैं तो आप, उसको रीसायकल बिन में जाकर लीड कर सकते है।
यहां पर शिफ्ट की का बहुत ही महत्वपूर्ण यूज़ है। जोकि शिफ्ट प्लस लिड की कॉन्बिनेशन है। यानी कि आप जब शिफ्ट प्लस लीड का ऑप्शन दब आएंगे किसी भी फोल्डर को सेलेक्ट करके तो आपको सामने ऑप्शन मिल जाएगा कि उस फाइल को परमानेंटली डिलीट करना चाहते हैं और अगर आप यस करेंगे तो वह परमानेंटली डिलीट हो जाएगा।
Esc key का यूज/उपयोग:-
1. यदि आप फंक्शन यानी FN key के साथ आप यदि Esc को प्रेस करते हैं तो आपका जो सिस्टम इंफॉर्मेशन होगा यानी कि आपका लैपटॉप का जो भी इंफॉर्मेशन होगा वह आपके सामने खुल कर आ जाएगा।
2. यदि आप कोई ब्राउजिंग कर रहे हैं क्या कोई कुछ चेक डाउनलोडिंग कर रहे हैं और वह प्रोसेसिंग होने में लेट हो रहा है। आप उसे चाहते हैं ऑफ करना तो उसके लिए Esc बटन को प्रेस कर देंगे। प्रेस करने से आपका प्रोसेसिंग रुक जाएगा।
3. यदि हम विंडोज का पॉपअप बटन खोलना चाहते हैं तो उसके लिए ctrl +Esc यानी कि कंट्रोल प्लस Esc बटन हम प्रेस करेंगे तो हमारे सामने विंडोज का पॉप अप खुलकर आ जाएगा। और फिर यदि हम उसको बंद करना चाहते हैं तो बंद करने के लिए सिर्फ Esc को प्रेस करना होता है।
4. जब आप किसी सॉफ्टवेयर में काम करते हैं और काम करते समय बीच में कोई बॉक्स ओपन करते हैं जैसे कंट्रोल यस प्रेस किए। किसी भी सॉफ्टवेयर में काम करते समय अगर बीच में कोई डायलॉग बॉक्स ओपन है इसे क्लोज करने के लिए आपको ना ही कट x के बटन पर क्लिक करना है,
और ना ही कैंसिल पर क्लिक करना है, आपको सिर्फ Computer keyboard से स्कैप यानी Esc बटन पर प्रेस कर देना है। जो भी डायलॉग बॉक्स ओपन हैं क्लोज हो जाएगा।
5. किसी भी ब्राउज़र में जब आप वेबसाइट ओपन करते हैं तो लोडिंग लेते समय आप को बीच में ही कैंसिल करना हो तो उसके लिए यहां पर Esc key की प्रेस करते हैं।
6. किसी भी कंप्यूटर या लैपटॉप में जब आप वीडियो प्ले करते हैं फुल स्क्रीन में, कभी भी वीडियो को फुल स्क्रीन में क्लिक करने के बाद अगर आपको इसे बाहर आना हो तो Computer keyboard से Esc की प्रेस करके, press करते ही मिनिमाइज और मैक्सिमाइज का बटन आ जाएगा।
7. किसी भी सॉफ्टवेयर को ओपन करके जब आप मीनू ओपन करते हैं तो इसे भी क्लोज करने के लिए आप Computer keyboard से स्कैप की का यूज कर सकते हैं।
इसी तरीके से अगर ब्राउज़र ओपन कर लिया तो मैन्यू पर क्लिक करते हैं तो इसे क्लोज करने के लिए Computer keyboard से स्केप की प्रेस करना है। अगर आप किसी मेनू के अंदर हैं और आपको बाहर जाना है तो इसके कि को प्रेस करके आ बाहर निकल सकते हैं।
8. जब आप कोई सॉफ्टवेयर ओपन करते हैं तो इसमें मिनिमाइज मैक्सिमाइज और क्लोज का बटन होता है। तो आप कंप्यूटर में कोई ऐसा काम कर रहे हैं जिसके अंदर मिनिमाइज और मैक्सिमाइज का बटन नहीं है ऐसे डायलॉग बॉक्स को क्लोज करने के लिए भी स्केप की को प्रेस करते हैं
FN button का क्या काम है?/या यूज है?:-
FN की हमारे Computer keyboard में कंट्रोल और विंडोज के बीच में होती है। उदाहरण के लिए जैसे हम कोई फाइल बना रहे होते हैं या कुछ कर रहे होते हैं तो हमें किसी चीज को सेलेक्ट करना है यानी किसी ब्राउज़र को पूरा कॉपी करना है तो इसके लिए कंट्रोल A प्लस सी प्रेस करके कॉपी कर लेते हैं। लेकिन पूरा सेलेक्ट करने के बाद कॉपी करते हैं। डायरेक्ट A और C दबाने पर वह कॉपी नहीं होगा, सिर्फ टाइप होगा। इसी तरह हमारी फंक्शन की भी होती है।
इसमें डबल की होती है जैसे कि आपने देखा होगा कि F1 से लेकर F 12 तक Computer keyboard में डबल फंक्शन दिए गए होते हैं।
अगर आपको लैपटॉप को एयर मोड में लगाना हो तो डायरेक्ट F 12 क्लिक करते हैं एयर मोड में हो जाता है। लेकिन ऑफलाइन हो जाता है।
F1 – F 12 functional key का उपयोग/या FN keys के उपयोग;-
F1 के उपयोग
इसका बेसिकली यूज हेल्प सेंटर को ओपन करने के लिए होता है। उदाहरण के लिए, मान लीजिए अगर आप अपने कंप्यूटर के लैपटॉप के Computer keyboard में f1 प्रेस करते हैं तो वहां पर आपको डायरेक्टली F1 प्रेस करना होगा।
और अगर आप अपने लैपटॉप में अपन को प्रेस करते हैं तो वह काम नहीं करेगा। उसके लिए आपको अपने लैपटॉप के Computer keyboard में फंक्शन का बटन दबाकर के F1 प्रेस करना होगा। तभी हेल्प सेंटर ओपन होगा।
हेल्प सेंटर की मदद से यदि आप किसी सॉफ्टवेयर के बारे में या फिर किसी एप्लीकेशन के बारे में, जैसे अगर मान लीजिए आप कोई क्रोम ब्राउजर ओपन करते हैं क्रोम के बारे में किसी भी तरह का हेल्प चाहते हैं तो आप अपने Computer keyboard में f1 प्रेस करके इसके बारे में पता कर सकते हैं।
तो बेसिकली f1 का यूज़ होता है हेल्प सेंटर ओपन करने के लिए।
F2 के उपयोग
इसका बेसिकली यूज रिनेम करने के लिए होता है। एग्जांपल के लिए मान लीजिए अगर आप अपने कंप्यूटर के लैपटॉप में किसी फोल्डर का नाम चेंज करते हैं तो ऐसे में आपको राइट क्लिक करना होता है उसके बाद आपको वहां पर रिनेम पर क्लिक करना होता है तभी आप उस फोल्डर का नाम चेंज कर सकते हैं।
अगर आप इससे डायरेक्टली चेंज करना चाहते हैं तो बस आपको इसके लिए अपने कंप्यूटर में उस फोल्डर पर क्लिक करना होगा उसके बाद आप अपने Computer keyboard में f2 प्रेस करके सीधा रिनेम कर सकते हैं।
तो यहां पर आपका टाइम सेव होगा यदि आप इस की का यूज़ करते हैं।
F3 के उपयोग
इसका यूज बेसिकली कंप्यूटर लैपटॉप में एप्लीकेशन सर्च करने के लिए होता है। यदि आप अपने कंप्यूटर के लैपटॉप में f3 करते हैं अगर आप लैपटॉप से यूज कर रहे हैं तो ऐसे में आपको फंक्शन की और f3 प्रेस करना होता है।
तभी आप सर्च कर सकते हैं एप्लीकेशन को। जब आप f3 प्रेस करेंगे तो आपके कंप्यूटर लैपटॉप में विंडो का ऑप्शन आ जाएगा उसके बाद आप वहां पर सर्च कर सकते हैं जो भी आपको सच करना है।
इसके अलावा आप जब कोई वेब ब्राउज़र यूज कर रहे हैं और आप कोई टेक्स्ट सर्च करना चाहते हैं जब कुछ लिखा हुआ ढूंढना चाहते हैं की वह लिखा हुआ वेबपेज कहां पर है तो आप आसानी से कर सकते हैं बस आपको इसके लिए अपने Computer keyboard में f3 को प्रेस करना है।
अगर आप लैपटॉप से यूज कर रहे हैं तो ऐसे में और को फंक्शन और f3 प्रेस करना होगा। उसके बाद आप जो भी टेक्स्ट सर्च करना चाहते हैं वहां पर लिख दीजिए उसके बाद वहां पर मैचिंग टेक्स्ट दिखा देगा।
F4 के उपयोग
अगर आप अपने कंप्यूटर लैपटॉप में f4 को अगर सिंपल f4 को प्रेस करते हैं तो ऐसे में आपके कंप्यूटर के लैपटॉप में कुछ भी नहीं होगा। अगर आप F4 को ओल्ड के साथ प्रेस करते हैं या नहीं ओल्ड क्लास एफ फॉर प्रेस करते हैं तो ऐसे में आपके कंप्यूटर में जो भी करंट एप्लीकेशन है यानी जिसको भी आपने ओपन कर रखा है करंट में वह एप्लीकेशन क्लोज हो जाएगा।
और यदि आप अपने कंप्यूटर के डेस्कटॉप पर आकर ओल्ड एफ फॉर प्रेस करते हैं तो शर्ट डाउन और रिस्टार्ट का ऑप्शन आ जाएगा।
F5 के उपयोग
इसका यूज रिफ्रेश करने के लिए किया जाता है। अगर आप अपने कंप्यूटर को रिफ्रेश करना चाहते हैं तो ऐसे में आप अपने कंप्यूटर के डेस्कटॉप स्क्रीन पर जाकर वहां पर राइट क्लिक करते हैं और रिफ्रेश पर क्लिक करने पर कंप्यूटर रिफ्रेश होता है।
अगर आप अपने कंप्यूटर को डायरेक्टली रिप्लेस करना चाहते हैं बिना राइट क्लिक किए तो ऐसे में f5 को प्रेस करके आसानी से अपने कंप्यूटर को रिफ्रेश कर सकते हैं।
इसके अलावा अगर आपने कोई ब्राउज़र में वेबसाइट ओपन क्या है और आप इससे रिफ्रेश करना चाहते हैं तो आप f5 प्रेस करके बहुत आसानी से उस वेबसाइट को रिफ्रेश कर सकते हैं।
F6 के उपयोग
इसका बेसिकली यूज़ किया जाता है वॉल्यूम को डिक्रीज करने के लिए। यानी आवाज घटाने के लिए। अगर आप लैपटॉप यूज़ कर रहे हैं तो।
इसके साथ ही अगर आप ब्राउज़र यूज कर रहे हैं तो तो आप सीधा यूआरएल पर जाना चाहते हैं तो इसके लिए आप f6 का यूज कर सकते हैं।
F7 के उपयोग
अगर आप अपने कंप्यूटर के विंडोज स्क्रीन यानी डेस्कटॉप स्क्रीन पर f7 को प्रेस करते हैं तो ऐसे में कुछ नहीं होगा, f7 का बेसिकली यूज एमएस वर्ड या कुछ भी वर्ड डॉक्युमेंट फाइल या फिर कोई पावर पॉइंट और वहां पर आपको किसी भी तरीके का स्पेलिंग चेक करना है या ग्रामर चेक करना है तो तो आप f7 की मदद से कर सकते हैं।
F8 के उपयोग
इसका यूज सेव मोड में जाने के लिए किया जाता है। मान लीजिए अगर आप अपना कंप्यूटर या लैपटॉप स्टार्ट कर रहे हैं स्टार्टिंग में तो आप f8 प्रेस करके वहां पर सेव मोड में बहुत आसानी से जा सकते हैं।
इसके अलावा अगर आप वर्ड में f8 को प्रेस करते हैं तो वहां पर जितने भी फाइल या फिर टेक्स्ट लिखे हुए होते हैं वह ऑटोमेटिक सारे के सारे सेलेक्ट हो जाएंगे।
F9 के उपयोग
अगर आप अपने कंप्यूटर के डेस्कटॉप या स्क्रीन पर जाकर f9 प्रेस करते हैं तो ऐसे में कुछ भी नहीं होने वाला, इसका बेसिकली यूज़ किया जाता है एमएस वर्ड में और शिफ्ट के साथ,।
F10 के उपयोग
इसका भी उपयोग कंप्यूटर के विंडोज में नहीं होता, अगर आप कंप्यूटर के स्क्रीन में f10 को प्रेस करते हैं तो ऐसे में इस फंक्शन की से भी कुछ नहीं होगा। इसका यूज भी एमएस वर्ड में किया जाता है।
अगर आप एमएस वर्ड में शिफ्ट के साथ f10 प्रेस करते हैं तो वहां पर आपको शॉर्टकट मैन्यू दिखा देगा जो भी आप यूज़ करना चाहते हैं।
F11 के उपयोग
इसका यूज फुल स्क्रीन मोड के लिए किया जाता है। उदाहरण-मान लीजिए अगर आप अपने कंप्यूटर लैपटॉप के ब्राउज़र को ओपन करना चाहते हैं चाहे वह क्रोम हो आदि किसी को भी आप अपने डेस्कटॉप के स्क्रीन में यूज़ करना चाहते हैं तो ऐसे में आप अपने ब्राउज़र को ओपन कीजिए उसके बाद आप अपने कंप्यूटर के लैपटॉप में f11 को प्रेस करें और ब्राउजर फुल स्क्रीन मोड में ओपन हो जाएगा।
F12 के उपयोग
अगर आप अपने लैपटॉप में f12 यानी सिंपल बिना फंक्शन की के f12 को प्रेस करते हैं तो ऐसे में आपका लैपटॉप फ्लाइट मोड में चला जाएगा।
फंक्शन की के साथ f12 को प्रेस करते हैं लैपटॉप या फिर कंप्यूटर में तो ऐसे में आपके कंप्यूटर या लैपटॉप में कुछ भी नहीं होगा। तो इसका बेसिकली डेस्कटॉप में तो कुछ भी यूज़ नहीं है, इसका बेसिकली यूज़ किया जाता है एमएस वर्ड में। एमएस वर्ड में f12 को प्रेस करते हैं तो आपका जो फाइल है वह सेव हो जाएगा।
और छोटा सा विंडो ओपन हो जाएगा जिसमें आपको यह बताया जाएगा कि जो आप अपना एमएस वर्ड फाइल है वह किस नाम से सेव करना चाहते हैं।

Space bar key का उपयोग:-
1. 2 टेक्स्ट के बीच में स्पेस देने के लिए स्पेस बार का यूज किया जाता है।
2. आप भी vlc प्लेयर चला रहे हो या Amplप्लेयर चला रहे हो, या फिर कुछ भी प्लेयर चला रहे हो उसमें वीडियो या गाने को रोकने के लिए स्पेस बटन को दबाने पर गाना अपने आप रुक जाएगा।
3. Alt + space को दबाने पर एक छोटी सी विंडो ओपन होती है जिसमें 4 से 5 ऑप्शन दिए होते हैं वहां पर मिनिमाइज, मैक्सिमाइज क्लोज अगर आपका माउस रुक गया है किसी कारणवश तो आप अल्टर के साथ प्रेस करके प्रोग्राम को आधा और पूरा कर सकते हैं तथा कट भी कर सकते हैं
4. अगर आप अपने स्पेस बटन को दबाकर जो वेब पेज है उस पर हम नीचे जा सकते हैं बिना माउस के हेल्प से।
5. जो अंग्रेजों के बनाए हुए गेम है और उसके अंदर जो पात्र हैं यानी जो यूजर है गेम खेलने वाला उसे जंप कराना चाहते हैं या दौड़ाना चाहते हैं तो इसके लिए हम स्पेस बटन को दबाते हैं।
विंडोज Key का उपयोग(uses of windows key):-
विंडोज की का उपयोग शॉर्टकट की के लिए किया जाता है। कंट्रोल ए से लेकर कंट्रोल जेड तक एमएस वर्ड में इसका उपयोग किया जाता है।
1. विंडोज की को सिर्फ प्रेस करने से स्टार्ट बटन ओपन होता है, इससे हमें जो भी कार्य करना ओपन कर सकते हैं विंडोज की के माध्यम से। प्रोग्राम ओपन हो जाएगा।
2. अगर हम बहुत सारे कार्य कर रहे हैं और डेस्कटॉप पर जाना है विंडोज D से डायरेक्ट डेस्कटॉप पर जा सकते हैं। मान लीजिए हम एम एस एक्सेल में कार्य कर रहे हैं पावर पॉइंट में कार्य कर रहे हैं तो काम करते-करते आपको माय कंप्यूटर खोलना है तो इसके लिए एक शॉर्टकट की है विंडो +e ,।
3. विंडो+m इससे बहुत सारे डॉक्यूमेंट को एक साथ मिनिमाइज कर सकते हैं। क्योंकि मिनिमाइज करने के लिए हम बारी बारी से मिनिमाइज करते हैं लेकिन एक साथ सब को मिनिमाइज करना हो तो विंडो एम से कर सकते हैं।
4. और अगर आपको काम करते-करते बीच में ब्रेक लेना है window+l का उपयोग करके ब्रेक ले सकते हैं। इससे डेस्कटॉप लॉक हो जाता है।
Alt key का यूज़ क्या क्या है?:-
Computer keyboard में अल्ट की दो होते हैं, स्पेस की के लेफ्ट और राइट दोनों साइड में। अल्ट की को हम हार्ट की कहते हैं। पार्टी कूलर कोई फंक्शन को जल्दी से एक्सेस कराने के लिए या कार्य कराने के लिए हम किसी भी कंप्यूटर के प्रोग्राम के अंतर्गत इस की का इस्तेमाल करते हैं।
यूज-
1. किसी भी एप्लीकेशन सॉफ्टवेयर के अंतर्गत ऑप्शन या में न्यू को एक्टिवेट करना है तो इसके लिए अल्ट की का प्रयोग किया जाता है।
2. माउस के सहारे हम कार्य करना नहीं चाहते हैं या हमारे माउस कहीं कार्य नहीं कर रहा है तो उस समय यह काम आती है।
3. अल्ट की को प्रेस करेंगे तो मैन्युबार इसमें जितने भी मेनू है सब एक्टिवेट हो जाएंगे जो आपको स्क्रीन पर दिखाई देंगे। और जो एक्टिवेट हुए हैं उसके नीचे हॉरिजॉन्टल लाइन बनेगा। अगर अल्ट के साथ ओ अल्फाबेट प्रेस करेंगे तो डायरेक्ट ओपन हो जाएगा।
4. अल्ट के साथ जो बेसिकली अल्ट की प्रेस करेंगे और एरों की की मदद से हम डाउन करेंगे तो नीचे आएंगे और लेफ्ट वाला प्रेस करेंगे तो लेफ्ट में जाएंगे लेफ्ट राइट अप डाउन कर सकते हैं। इन सभी के अंतर्गत आ सकते हैं और अपना कार्य आसानी से कर सकते हैं।
5 अगर आपके पास एक्सेल ओपन हुआ है तो इसमें भी अल्ट की प्रेस करें और सारे एक्टिवेट हो जाएंगे। अगर आप एच प्रेस करेंगे तो डायरेक्ट होम में पहुंच जाएंगे।
Enter key क्या होता है?:-
Computer keyboard में इंटर लिखा हुआ दिखाई देता है उसे इंटर बटन कहते हैं। एक Computer keyboard में दो इंटर की होता है। दोनों इंटर बटन कैसे अलग अलग होता है। एक होरिजेंटल में तथा 1वर्टिकल टैब का होता है।
Enter key से क्या करते हैं?:-
इंटर की से कर्सर को नेक्स्ट लाइन में लाते हैं।
Enter key का उपयोग:-
1. इंटर की यूज़र यानी हमारे द्वारा दिए गए आदेश को कंप्यूटर में भेजने का काम करता है।
2. इसका उपयोग किसी भी डॉक्यूमेंट में जब नया पैराग्राफ शुरू करना होता है तो उसके लिए भी उपयोग किया जाता है।
3. इंटर की का उपयोग, Computer keyboard में दिए गए ओके बटन के रूप में भी प्रयोग में लाया जाता है।
4. Computer keyboard में इंटर की 2 जगहों पर होता है तथा अलग-अलग शेप में पाया जाता है एक हॉरिजॉन्टल तथा दूसरा वर्टिकल की के रूप में होता है।
Computer keyboard में F और J में छोटा सा बंप क्यों दिया जाता है?:-
जितने भी लोग फास्ट टाइपिंग करते हैं प्रोफेशनल टाइपिंग करते हैं बिना देखे उनके इंडेक्स फिंगर , लेफ्ट वाली उंगली वह हमेशा f key पर होगी जिस पर बंप होता है। और राइट हैंड वाली इंडेक्स फिंगर है वह हमेशा J key पर होती है।
इन दोनों बंप पर इंडेक्स फिंगर रखने पर जितने भी अल्फाबेट पर होते हैं उन्हें आसानी से एक्सेस कर सकते है। इसके होने से आपको Computer keyboard में बार-बार नहीं देखना पड़ेगा। चाहे अंधेरा हो या स्क्रीन पर देख रहे हो आसानी से टाइप कर सकते हैं। अर्थात इस के मदद से ही फास्ट टाइपिंग कर पाते हैं।
पेज अप और पेज डाउन Pg up &pg dn (down)
आपके Computer keyboard में कहीं पर पी जी अप, पीजी डाउन, या पेज अप और पेज डाउन लिखा होता है। दोनों का मतलब सेम होता है। कहीं-कहीं पर जो शॉर्ट फॉर्म में लिखा रहता है तथा कहीं फुल फॉर्म में लिखा होता। पेज अप का मतलब आपको इस स्क्रीन पर जितने भी ऑप्शन दिख रहे हैं वह सारे ऊपर की तरफ स्क्रोल हो जाए शिफ्ट हो जाए।
तथा पेज डाउन करने पर नीचे की ओर आ जाता है। तो जो भी आपको स्क्रीन पर दिख रहा है वह ऊपर और नीचे दोनों साइड शिफ्ट होते हैं। पीजी अप से ऊपर तथा पीजी डाउन से नीचे होता है।
अगर आपको लेफ्ट या राइट में जाना है तो इसके लिए पीजी अप और पीली डाउन दबाने से alt+pg up को दबा के आप लेफ्ट में मूव हो जाएंगे तथा alt +pg dn खुदा बाग के राइट में मूव कर लेंगे।
पेज अप और पेज डाउन का उपयोग:-
पेज अप –
1. पेज अप का उपयोग ऊपर की ओर स्क्रॉल करके जाने के लिए किया जाता है।
2. पेज अप की का प्रयोग किसी डॉक्यूमेंट में बनाएं गए पेज में ऊपर या पिछले पेज पर जाने के लिए किया जाता है।
3. तथा Computer keyboard शॉर्टकट की बनाने के लिए भी किया जाता है।
Ex- Select all up text in document -shift + PgUp
Jump to the first line in the document – ctrl+pgup
पेज डाउन –
1. पेज डाउन का प्रयोग किसी डॉक्यूमेंट में बनाए गए पेज में नीचे या अगले पेज पर जाने के लिए किया जाता है।
2. तथा Computer keyboard शॉर्टकट की बनाने के लिए भी किया जाता है।
Ex-select all down text in document -shift+pgdn
Jump to the last line in document – ctrl+pgdn
Num lock key
Numeric keypad को सक्रिय रखने के लिए num lock key को ऑन रखना होता है।
Cursor control key:-
Cursor control key/arrow key संख्या में चार होती है। इसका प्रयोग किसी डॉक्यूमेंट में या मॉनिटर स्क्रीन पर कर्सर को कंट्रोल करने के लिए तथा Computer keyboard शॉर्टकट की बनाने के लिए भी किया जाता है।
Arrow move left -left arrow
Arrow move right-right arrow
Arrow move down -down
Select one text in arrow direction -shift+left/Right/Up/Down Arrow key
Alphabetical keys:-
Alphabetical keys संख्या में 26 होती है। इसका प्रयोग किसी डॉक्यूमेंट में कोई टेक्स्ट टाइप करने के लिए किया जाता है। किसी अल्फाबेटिकल की को अकेले दबाने पर छोटा अक्षर तथा शिफ्ट के साथ दबाने पर बड़ा अक्षर टाइप करते हैं।
Arithmetic sign keys:-
Arithmetic sign key का प्रयोग किसे डॉक्यूमेंट में कोई अंकगणितीय चिन्ह को टाइप करने के लिए तथा किसी भी प्रकार की गणितीय गणना करने के लिए किया जाता है।
Home key:-
Home key का प्रयोग किसी डॉक्यूमेंट में टाइप किए गए टेक्स्ट में लाइन के शुरुआत में जाने के लिए तथा Computer keyboard शॉर्टकट की बनाने ने के लिए किया जाता है।
उदाहरण-select one line -shift +home
Go to first page in document -ctrl +home