Java एक ऑब्जेक्ट ओरिएंटेड प्रोग्रामिंग लैंग्वेज है जिसे हाई लेवल लैंग्वेज भी कहा जाता है, क्योंकि इससे मानव द्वारा आसानी से पढ़ा और लिखा जा सकता है। जावा एक मल्टीपल प्लेटफार्म और डिस्ट्रीब्यूटर प्रोग्रामिंग लैंग्वेज है, जिसका उपयोग कंसोल एप्लीकेशन, जिओ एप्लीकेशन, वेब एप्लीकेशन, मोबाइल एप्लीकेशन डेवलपमेंट, या पीसी, एंबेडेड सिस्टम को बनाने के लिए किया जाता है।
इसके अलावा इस लैंग्वेज का इस्तेमाल लगभग सभी डिवाइसेज के लिए सॉफ्टवेयर या ऐप डिवेलप करने के लिए भी होता है। जावा दूसरे प्रोग्रामिंग लैंग्वेज की तुलना में सरल, बेहतर और तेज और सुरक्षित प्रोग्रामिंग लैंग्वेज है, जिसका उपयोग वर्तमान समय में केवल कंप्यूटर पर ही नहीं, बल्कि मोबाइल फोन, टेबलेट, इलेक्ट्रॉनिक डिवाइसेज जैसे टीवी, वाशिंग मशीन, आदि में भी किया जाता है।

आजकल ऑनलाइन बैंकिंग, ऑनलाइन शॉपिंग, ऑनलाइन फॉर्म, यह सभी जावा के मदद से ही संभव हुआ है। वर्तमान में लगभग सभी मोबाइल कंपनी जावा का सपोर्ट करते हैं। गूगल ने जावा को लिनक्स के साथ जोड़ते हुए मोबाइल डिवाइसेज के लिए एंड्राइड का नाम एक ओपन सोर्स ऑपरेटिंग सिस्टम डिवेलप किया गया है, जो की आज के समय में काफी मशहूर और महत्वपूर्ण हो गया है, और लगभग सभी बड़ी कंपनी एंड्रॉयड प्लेटफॉर्म के लिए मोबाइल डिवाइसेज टेबलेट, स्मार्ट वॉच आदि डिवेलप करते हैं।
Java लैंग्वेज वेब एप्लीकेशन जैसे वेबसाइट या ब्लॉग बनाने के लिए सुविधा प्रदान करते हैं, और साथ ही मोबाइल के लिए ऐप्स बनाने में मदद करती है। आज के समय में जितना भी वेबपेजेस है वह जावास्क्रिप्ट पर चलते हैं।
एंड्रॉयड डिवाइस के लिए बहुत सारे ऐसे एप्लीकेशन बनाए गए हैं जो कि जावा में लिखा गया होता है, यह एप्लीकेशन एंड्राइड के सॉफ्टवेयर डेवलपमेंट किट यानी SDK का उपयोग करके बनाया गया है।
Java:-जावा एक प्रोग्रामिंग लैंग्वेज है, और यह एक जनरल प्रोग्रामिंग लैंग्वेज है। जावा का इस्तेमाल सॉफ्टवेयर एप्लीकेशन डेवलपमेंट के लिए किया जाता है। जावा का निर्माण सन 1995 में हुआ था। इसमें लिखा जाने वाला कोड इंग्लिश में जा न्यूमेरिकल में लिखा होता है।
जावा का इतिहास(history of Java):-
जावा एक कंप्यूटर बेस्ड प्रोग्रामिंग लैंग्वेज है जिसे JAMES GOSLING और उनके साथी SUN Microsystems ने सन् 1991 में विकसित किया था। जेम्स गोस्लिंग को जावा का प्रमुख डेवलपर माना जाता है। इस लैंग्वेज के बनाने के पीछे उनका एक ही सिद्धांत था, write once run anywhere जिसका मतलब था लैंग्वेज को एक ही बार लिखा जाएगा और इसका उपयोग हर जगह किया जाएगा।
जेम्स गोस्लिंग और उनके टीम द्वारा विकसित किए गए इस प्रोग्रामिंग लैंग्वेज का नाम उन्होंने ओक रखा था, जिसके बाद सन 1995 में इसका नाम बदलकर जावा रख दिया गया, जावा के टीम के सदस्यों को “Green team”भी कहा जाता है।
इन्होंने एक लैंग्वेज को डिवेलप करने के लिए प्रोजेक्ट शुरू किया था जो कि डिजिटल डिवाइस के लिए एप्लीकेशन डिवेलप करने में मदद करता है। मुख्यत जावा को कंजूमर इलेक्ट्रॉनिक डिवाइसेज जैसे कि टीवी, सेटअप बॉक्स, आदि सॉफ्टवेयर बनाने के लिए डिवेलप किया गया था, लेकिन यह इंटरनेट प्रोग्रामिंग के लिए बेस्ट प्रोग्रामिंग लैंग्वेज बन गया, जेम्स गोस्लिंग ने इस प्रोग्राम का नाम सबसे पहले ग्रीन टॉक रखा था, जिसके बाद इसे बदल कर ओक रखा गया, यह नाम पहले से ही और ओक टेक्नोलॉजी के द्वारा रजिस्टर्ड था, इसलिए इसे फिर से बदल कर जावा रखा गया है।
Java का सबसे महत्वपूर्ण और लोकप्रिय फीचर है कि जावा स्वयं इंडिपेंडेंट होता है इसका मतलब है कि जावा प्रोग्रामिंग लैंग्वेज किसी भी विशेष हार्डवेयर या ऑपरेटिंग सिस्टम के लिए नहीं बनाया गया है इसलिए जावा पर बनाए गए प्रोग्राम किसी भी सिस्टम पर रन किए जा सकते हैं।
Java का यह यूनिक फीचर्स आज भी जावा को सबसे लोकप्रिय लैंग्वेज बनाता है। जावा का पहला वर्जन जेडीके ,JDK 1.8 23 जनवरी 1996 में रिलीज किया गया था।
उसके बाद कई सारे वर्जन डिवेलप और रिलीज किए गए, वर्तमान में जावा का लेटेस्ट वर्जन JAVA SE 8 जिसे 18 मार्च 2014 में रिलीज किया गया था।
यह एक ऑब्जेक्ट ओरिएंटेड लैंग्वेज है, जोकि C ,C++लैंग्वेज पर आधारित है, लेकिन जावा को और भी सिंपली फाइट और इंप्रूव्ड किया गया है। जिससे प्रोग्रामिंग फीचर के एरर को दूर किया जा सके, जावा सोर्स कोड की फाइल जिनका एक्स्टेंशन डॉट जावा होता है उनको कंपाइलर की मदद से बिट कोड फॉर्मेट में जनरेट किया जाता है,
और फिर जावा इन्टीप्रेटर उसको एग्जीक्यूट करता है, कंपाइल्ड जावा कोड सभी कंप्यूटर में वर्चुअल मशीन यानी जेबीएम के मदद से रन होता है, जेबीएम एक वर्चुअल मशीन है, जो कि रनटाइम इंवॉल्वमेंट उपलब्ध कराता है। जहां पर जावा प्रोग्राम को रन किया जाता है जितने भी कंप्यूटर जावा प्रोग्राम को रन करते हैं उन सभी में पहले से ही जेबीएम इंस्टॉल रहता है,
इसलिए जावा का र्सोस कोड भी कंप्यूटर के सभी प्लेटफार्म कंप्यूटर में चलता है।

जावा के प्रकार(types of Java):-
जावा को मूल रूप से तीन हिस्सों में विभाजित किया गया है-
1. JAVA Micro Edition (J2ME)
2.JAVA Standard Edition ( J2SE)
3.JAVA Enterprise Edition (J2EE)
जावा की विशेषताएं(features of Java):-
1.Object Oriented:-
जावा एक शुद्ध ऑब्जेक्ट ओरिएंटेड प्रोग्रामिंग लैंग्वेज है। अर्थात इसमें procedures का प्रयोग नहीं किया जाता है बल्कि, यह सिर्फ ऑब्जेक्ट पर आधारित लैंग्वेज है। जावा ऑब्जेक्ट ओरिएंटेड प्रोग्रामिंग लैंग्वेज के कांसेप्ट को फॉलो करता है जो सॉफ्टवेयर डेवलपमेंट और मेंटेनेंस के काम को सरल बनाती हैं।
2.Platform Independent:-
जावा प्लेटफॉर्म इंडिपेंडेंट लैंग्वेज है, अर्थात यह हर किसी प्लेटफार्म में रन हो सकती है जैसे एंड्राइड, विंडोज, लिनक्स और मैक जावा में लिखे गए प्रोग्राम्स किसी भी ऑपरेटिंग सिस्टम में रन किए जा सकते हैं। जैसे अगर आपने जावा का प्रयोग विंडोज ऑपरेटिंग सिस्टम में लिखा है तो उसे हम लिनक्स ऑपरेटिंग सिस्टम में भी आसानी से रन कर पाएंगे।
3.Secure :-
जावा का एक और बड़ा फीचर यह है कि यह एक सुरक्षित लैंग्वेज है। जावा सबसे अधिक सुरक्षित है क्योंकि जावा प्रोग्राम रन टाइम इंवॉल्वमेंट में रन होता है। मशीन कोड जनरेट करने से पहले प्रोग्राम को जेवीएम पर कुछ टेस्ट रन करके एरर को डिटेक्ट करते हैं। जावा लैंग्वेज वायरस फ्री होती है जिससे प्रोग्राम्स सुरक्षित रहते हैं।
4.Simple language:-
जावा एक आसान लैंग्वेज होता है, इसमें c++की तरह ही सिंटेक्स होते हैं जो आसानी से सीखे जा सकते हैं, लेकिन C++की तरह है इसमें ऑपरेटर ओवरलोडिंग और हेडर फाइल्स का प्रयोग नहीं किया जाता है जिससे इसे सीखना और भी आसान हो जाता है।
5.Portable :-
जावा एक पोर्टेबल लैंग्वेज है, जावा का सोर्स कोड को कंपाइलर की मदद से बाइट कोड में परिवर्तित किया जाता है। यह बाइट कोड पर किसी सिस्टम में रन हो जाता है इसलिए इसे आसानी से प्राप्त किया जा सकता है।

6. Robust:-
Robust का मतलब मजबूत जावा में बनाया हुआ कोई भी प्रोग्राम अलग-अलग इंवॉल्वमेंट में बिना क्रैश में काम कर सकता है। इसके प्रोग्राम कभी भी क्रैश नहीं होते हैं, जावा में जो भी इरर आती है उन्हें आसानी से ढूंढ कर सॉल्व किया जा सकता है। इन्हीं सभी कारणों से जावा एक Robust language लैंग्वेज है।
7.Distributed :-
जावा एक डिस्ट्रीब्यूटर लैंग्वेज है जिसका मतलब है जावा प्रोग्राम इंटरनेट में रन करने के लिए बनाए जाते हैं। जावा से हम डिस्ट्रीब्यूटर एप्लीकेशंस बना सकते हैं, जो अलग-अलग नेटवर्क पर डिसटीब्यूट होकर रहते हैं, लेकिन एक साथ मिलकर टास्क परफॉर्म करते हैं।
जावा में एचटीटीपी(http) और एफटीपी(ftp) प्रोटोकॉल का प्रयोग किया जाता है जिससे आसानी से इंटरनेट में डाटा को एक्सेस किया जा सके।
8.Multi Threaded :-
जावा एक multi threaded लैंग्वेज है जिसका मतलब यह होता है कि जावा में बड़े-बड़े प्रोग्राम को छोटे सब प्रोग्राम में डिवाइड किया जाता है, और इन्हीं सब प्रोग्राम्स को क्रमानुसार एक्जिक्यूट किया जाता है। इसी तरह जावा एक साथ कई टास्क पूरा कर सकता है।
यह फीचर जावा को फास्ट और इंटरएक्टिव बनाता है। इस फीचर का इस्तेमाल मल्टीमीडिया और वेब एप्लीकेशन में किया जाता है।
जावा का उपयोग:-
1. डेस्कटॉप एप्लीकेशन बनाने में इस्तेमाल किया जाता है जैसे कि acrobat reader ,media player, antivirus आदि को बनाने के लिए जावा का उपयोग किया जाता है।
2. वेब एप्लीकेशन बनाने में इसका उपयोग किया जाता है। जैसे google.com आदि।
3. इसका यूज़ इंटरप्राइज एप्लीकेशन बनाने में किया जाता है जैसे बैंकिंग एप्लीकेशन आदि ।
4. इसका इस्तेमाल मोबाइल एंड्राइड में भी किया जाता है।
5. एंबेडेड सिस्टम को बनाने में इसका उपयोग किया जाता है।
6. स्मार्ट कार्ड बनाने में इसका इस्तेमाल किया जाता है।
7. रोबोटिक्स, गेम्स आदि बनाने में भी जावा का उपयोग किया जाता है।
Types of Java application:-
1. Standalone application:-
इसे डेस्क टॉप एप्लीकेशन के नाम से भी जाना जाता है। यह विंडो बेस्ड एप्लीकेशन होती है, इसे ऑपरेटिंग सिस्टम पर इंस्टॉल करना पड़ता है, जावा में जो एप्लीकेशन बनते हैं वह सारे प्लेटफार्म पर चले जाते हैं, सारे ऑपरेटिंग सिस्टम पर चले जाते हैं।
2.Web application:-
इस एप्लीकेशन के माध्यम से हम डायनामिक वेबसाइट बना सकते हैं, डायनेमिक वेबसाइट का मतलब पूरे वर्ल्ड में कहीं से भी उसे डोमेन के आधार पर एक्सेस कर सकते हैं, देख सकते हैं, बहुत सारे viewers एक साथ देख सकते हैं, यह एप्लीकेशन एक वेब एप्लीकेशन होती है।
3.Enterprice application:-
यह एप्लीकेशन सिक्योरिटी लेवल के परपज से बनाई जाती है और इसमें सिक्योरिटी लेवल बहुत हाई होता है। इसके लिए EJB यूज करते हैं। एप्लीकेशन बहुत अच्छे होते हैं।
4.Mobile application:-
मोबाइल एप्लीकेशन के लिए जावा में दो टाइप के एप्लीकेशन बनते हैं। j2me , और एंड्राइड j2me थोड़ा पुराना हो चुका है और आजकल के मार्केट में एंड्रॉयड चल रहा है।