माइक्रोसॉफ्ट ऑफिस एक एप्लीकेशन सॉफ्टवेयर है जिसे माइक्रोसॉफ्ट कंपनी ने बनाया है। सॉफ्टवेयर दो प्रकार के होते हैं-सिस्टम सॉफ्टवेयर और एप्लीकेशन सॉफ्टवेयर यहां माइक्रोसॉफ्ट ऑफिस है उसे एप्लीकेशन सॉफ्टवेयर बोला जाता है। माइक्रोसॉफ्ट ऑफिस को एमएस ऑफिस भी कहा जाता है।
माइक्रोसॉफ्ट ऑफिस में कई पैकेज देखने को मिल जाते हैं। जैसे माइक्रोसॉफ्ट वर्ड, माइक्रोसॉफ्ट एक्सल, माइक्रोसॉफ्ट पावर पॉइंट, माइक्रोसॉफ्ट एक्सेस आदि पैकेज आते हैं।
माइक्रोसॉफ्ट ऑफिस के कई अलग-अलग वर्जन आते हैं जैसे कि माइक्रोसॉफ्ट ऑफिस 2003, यह बहुत पहले चलता था अब यह यूज़ नहीं होता। फिर उसके बाद माइक्रोसॉफ्ट ऑफिस 2007, 2010,2013,2016,2019आदि।
एमएस ऑफिस का यूज अधिकतर ऑफिस में होता है इसे हम पर्सनल यूज के लिए भी कर सकते हैं। जैसे कि एमएस ऑफिस का यूज ऑफिस मे कभी भी डाटा का जो सिंपल मेटर दिया जाता है इस तरह का अगर कोई भी वर्क करना है तो यहां पर माइक्रोसॉफ्ट वर्ड की जरूरत पड़ती है। अगर कोई भी कैलकुलेशन या डाटा एंट्री से रिलेटेड से कोई भी काम होता है तो एक्सेल की जरूरत पड़ती है।
अगर हम कहीं पर प्रेजेंटेशन बनाने के लिए कोई भी प्रेजेंटेशन बनाना है या स्लाइड बनाना है तो यहां पर माइक्रोसॉफ्ट पावर पॉइंट की जरूरत पड़ती है।
और कई बार एमएस ऑफिस का यूज हमें पर्सनल यूज़ के लिए भी करना पड़ता है। जो भी हम पर्सनल कंप्यूटर रखते हैं तो वहां अगर हमें रिज्यूम बनाना होता है तब हमें एमएस वर्ड की जरूरत पड़ती है। या फिर कोई मैटर को टाइप करना होता है तो भी माइक्रोसॉफ्ट वर्ड की जरूरत पड़ती है।
इसी तरह अगर आपको कैलकुलेशन या डाटा एंट्री से रिलेटेड वर्क करना होता है तो पर्सनल यूज़ में तो यहां पर माइक्रोसॉफ्ट वर्ड की जरूरत होती है। और अगर किसी स्कूल के वर्क है कोई प्रेजेंटेशन बनाना है तो यहां पर आपको माइक्रोसॉफ्ट पावर पॉइंट की आवश्यकता होती है।

इसका यूज कंप्यूटर और मोबाइल में भी कर सकते हैं। मोबाइल के एंड्रॉयड में भी आप माइक्रोसॉफ्ट ऑफिस डाउनलोड कर सकते हैं और इसे यूज कर सकते हैं। किंतु अधिकतर यू जिसका कंप्यूटर और पर्सनल कंप्यूटर में किया जाता है। किंतु कंप्यूटर और लैपटॉप ना होने की स्थिति में मोबाइल के यूज भी कर सकते हैं।
हमने जो माइक्रोसॉफ्ट ऑफिस की बात की वह ऑफलाइन होता है, कहने का मतलब इससे आप अपने कंप्यूटर पर ही यूज करते हैं। जैसे 2007 हो गया, 2010, 2013,2016,2019 हो गया।
अब माइक्रोसॉफ्ट ने एक एडवांस वर्जन भी निकाल रखा है जिसका नाम है माइक्रोसॉफ्ट ऑफिस 365,।
माइक्रोसॉफ्ट ऑफिस 365 क्या है?:-
वेब सर्विस से आधारित है। यहां पर जो भी वर्क आप करेंगे क्लाउड बेस पर रहेगा ऑनलाइन बेस पर रहेगा। ऑनलाइन बेस के ऑफिस को इन्होंने निकाला है इसका नाम दिया है माइक्रोसॉफ्ट ऑफिस 365। इसे आप इंटरनेट कनेक्शन के जरिए ही एक्सेस कर पाएंगे। office.com पर जवाब विजिट करेंगे तभी आप यहां पर विजिट कर पाएंगे।
आप यहां पर माइक्रोसॉफ्ट वर्ड, माइक्रोसॉफ्ट पावर पॉइंट, माइक्रोसॉफ्ट एक्सल, और भी माइक्रोसॉफ्ट के प्रोडक्ट है उन्हें बहुत बड़ी आसानी से एक्सेस कर पाएंगे। साथ ही साथ यहां पर जो फाइल आप बनाएंगे लोकल हार्ड डिस्क में नहीं सेव होगी । यह इनके वनड्राइव जो क्लाउड सर्विस देते हैं वहां पर सेव होगी।
जब आप इंटरनेट फाइल बनाएंगे तो इन्हीं के क्लाउड सर्वर पर सेव होगी। कुल मिलाकर जो अभी तक ऑफलाइन ऑफिस आप को देखने को मिलता था तो उसका ऑनलाइन एडवांस वर्जन यहां पर इन्होंने दिया हुआ है उसका नाम माइक्रोसॉफ्ट ऑफिस 365 दिया है।
माइक्रोसॉफ्ट ऑफिस 365 के एडवांटेज:-
यहां पर आप ऑनलाइन फाइल क्रिएट कर सकते हैं और इसको कहीं से भी एक्सेस कर सकते हैं। आपको यहां पर फाइल के लिए अपने हार्ड डिस्क में स्टोर करने की जरूरत नहीं होगी, आप यहां पर डायरेक्ट क्लाउड स्टोर पर स्टोर करके रख सकते हैं। आप इसे किसी को भी बहुत आसानी से शेयर कर सकते हैं।
मतलब कि आपने फाइल बनाई और एक लिंक को किसी को शेयर कर दिया और वह उसे आसानी से ओपन कर लेगा, यहां पर आप किसी ग्रुप या फ्रेंड के बीच में भी मैनेज कर सकते हैं । की आप भी अपनी फाइल को एडिट कर सकते हैं और आपका फ्रेंड भी एडिट कर सकता है। इस तरह के फीचर दिए हुए हैं माइक्रोसॉफ्ट ऑफिस 365 में।
माइक्रोसॉफ्ट ऑफिस 365 की डिसएडवांटेज:-
1.अगर आपके पीसी में इंटरनेट कनेक्शन नहीं है तो आप इसको एक्सेस नहीं कर सकते हैं।
2. यहां जो फाइल आप स्टोर करके रखे हो उसे भी एक्सेस नहीं कर पाएंगे। इसमें कोई एडिट नहीं कर सकते ना चेंज कर पाएंगे।
3. माइक्रोसॉफ्ट ऑफिस 365 के प्रोटेक्ट को अगर आपको सर्विस को यूज करना है तो इनका सब्सक्रिप्शन पैक लेना होगा। जैसे हम अगर रिलायंस का सिम यूज करते हैं तो उसके लिए मंथली रिचार्ज करवाते हैं तो सेम ऐसे ही यहां पर ईयरली पैकेज लेना पड़ेगा, तभी आप इनके माइक्रोसॉफ्ट ऑफिस 365 को यूज कर पाएंगे।
4. साथ ही साथ यहां पर सिक्योरिटी का भी इशु है अगर आप कोई डेटा रख रहे हैं या कोई कॉन्फिडेंसल फाइल है, या आपका अकाउंट हैक हो जाता है, किसी को भी आपके माइक्रोसॉफ्ट 365 के यूजरनेम और पासवर्ड की जानकारी हो जाती है तो बहुत ही आसानी से वह आपके माइक्रोसॉफ्ट ऑफिस 365 के अकाउंट से डाटा को एक्सेस कर सकता है।
माइक्रोसॉफ्ट ऑफिस 365 का उपयोग:-
इसका यूज हम लोग भी कर सकते हैं तथा व्यापार के लिए भी किया जा सकता है।
1. बेसिकली इसका का यूज बिजनेस में अधिकतर किया जा रहा है। अगर आपका कोई छोटा बिजनेस भी है तो अगर आपकी कंपनी चल रही है तो आप माइक्रोसॉफ्ट ऑफिस 365 का यूज किया जा रहा है।
2. बिजनेस में ही सबसे ज्यादा फाइल को शेयर करना पड़ता है और एडिट करना पड़ता है लोगों को एक दूसरे को शेयर करना पड़ता है और ऑनलाइन क्लाउड बेस पर ही सारे वर्क हो रहे हैं इसलिए बिजनेस परपस पर ज्यादा यूज़ हो रहा है।
3. अगर आप आपने पर्सनल यूज़ के लिए माइक्रोसॉफ्ट ऑफिस 365 लेना चाहे तो ले सकते हैं।

माइक्रोसॉफ्ट ऑफिस(introduction):–
एमएस ऑफिस अलग-अलग तरह के प्रोग्राम का एक संग्रह है जो की माइक्रोसॉफ्ट कंपनी के जरिए 1997 में बनाया गया था।
यह माइक्रोसॉफ्ट का एक सॉफ्टवेयर है। जो की कंप्यूटर से रिलेटेड आपके सारे काम करने में सहायक होता है।
1990 में माइक्रोसॉफ्ट कंपनी के द्वारा इस सॉफ्टवेयर को डिवेलप और पब्लिश्ड किया गया था। एमएस ऑफिस अपने आप में एक पैकेज है। एमएस ऑफिस का ज्यादातर यूज बिजनेस और एजुकेशन के सेक्टर में किया जाता है।
माइक्रोसॉफ्ट ऑफिस एक लोकप्रिय एप्लीकेशन प्रोग्राम है इसका प्रयोग कार्यालय संबंधी कार्यों के लिए किया जाता है।
1. एमएस ऑफिस का फुल फॉर्म माइक्रोसॉफ्ट ऑफिस होता है।
2. एमएस ऑफिस माइक्रोसॉफ्ट कंपनी द्वारा बनाया हुआ एक सॉफ्टवेयर है, जिसे माइक्रोसॉफ्ट के मालिक बिल गेट्स ने बनाया था।
3. माइक्रोसॉफ्ट ऑफिस में पावर पॉइंट, एक्सेल, और वर्ल्ड यह तीन फीचर सबसे ज्यादा उपयोगी है।
4. माइक्रोसॉफ्ट को ज्यादातर ऑफिस में होने वाले काम जैसे कि डॉक्यूमेंट बनाने, डाटा टेबल बनाने, फाइल बनाने के लिए बनाया गया था।
5. एमएस ऑफिस में माइक्रोसॉफ्ट वर्ड, माइक्रोसॉफ्ट एक्सल, माइक्रोसॉफ्ट पावरप्वाइंट, माइक्रोसॉफ्ट वननोट, माइक्रोसॉफ्ट आउटलुक, माइक्रोसॉफ्ट एक्सेस जैसे सॉफ्टवेयर होते हैं।
6. आज के समय में ज्यादातर लोग कंप्यूटर में एमएस ऑफिस का इस्तेमाल करते हैं।
Component of MS office:-
1.Ms word :-एमएस वर्ड प्रोफेशनल दिखने वाले डॉक्यूमेंट बनाने के लिए एक पावरफुल वर्ड प्रोसेसिंग टूल है। इसमें कंपोजिशन यानी रचना, एडिटिंग, फॉर्मेटिंग और प्रिंटिंग शामिल है। माइक्रोसॉफ्ट वर्ड को ही वर्ड प्रोसेसर कहते हैं। यहां पर हम टेक्स्ट को लिख भी सकते हैं तथा उसे एडिट भी कर सकते हैं। जितने भी ऑफिस के वर्जन आते हैं उन सब में माइक्रोसॉफ्ट वर्ड को शामिल किया गया था।
या एक लोकप्रिय वर्ड प्रोसेसिंग एप्लीकेशन सॉफ्टवेयर है जिसके द्वारा लिखित टेक्स्ट डॉक्यूमेंट तैयार किया जाता है। इसमें स्पेलिंग व ग्रामर की जांच करने, शब्दों को रेखांकित करने, ऑटो फॉर्मेट, मेल मर्ज जैसे अनेक सुविधाएं मौजूद है।
2.Ms Excel :-इसे माइक्रोसॉफ्ट एक्सेल भी कहते हैं। एमएस एक्सल स्प्रेडशीट एप्लीकेशन प्रोग्राम है। जो आपको रो और कॉलम मे डाटा ऑर्गेनाइज करने की अनुमति देता है। इन रो और कॉलम को सामूहिक रूप से एक वर्कशीट कहा जाता है। एक्सेल में कुछ ही सेकंड में बहुत सारा कैलकुलेशन का काम किया जा सकता है। माइक्रोसॉफ्ट एक्सेल का यूज़ स्प्रेडशीट के लिए किया जाता है।
इसका यूज बजट क्रिएट करने, ट्रैकिंग डाटा, चार्ज और ग्राफ या जो भी टेबल बनानी होती है इन सब को बनाने के लिए स्प्रेडशीट का यूज़ करते हैं।
यह एमएस ऑफिस का डेटाबेस प्रोग्राम है जिसमें सारणी के रूप में डाटा को संग्रहित व व्यवस्थित किया जा सकता है। तथा रिपोर्ट और चार्ट तैयार किए जा सकते हैं। एक्सेस डाटाबेस में कई सारणी में तैयार डाटा को एक साथ जोड़ आ भी जा सकता है।
3.Ms PowerPoint:-पावर पॉइंट प्रेजेंटेशन और डॉक्यूमेंट बनाने की अनुमति देता है। जिसका इस्तेमाल किसी ग्रुप को आईडियाज, मैसेज, और किसी तरह की जानकारी देने के लिए किया जाता है। प्रेजेंटेशन को स्लाइड की तरह डिफाइंड करते हैं यानी कि एम एस पावर प्वाइंट में आप प्रेजेंटेशन का काम कर सकते हैं। और उसे स्लाइड की तरह दिखा सकते हैं। पावर पॉइंट प्रेजेंटेशन प्रोग्राम होता है। जिसमें हम स्लाइड शो बनाते हैं।
यह स्लाइड ओं के माध्यम से सूचनाओं के प्रस्तुतीकरण का एक सशक्त प्रोग्राम है। इस प्रोग्राम में स्लाइड ओं में टेक्स्ट, ध्वनि, चलचित्र तथा एनिमेशन को भी जोड़ा जा सकता है। पावर पॉइंट में बने स्लाइड को वर्ल्ड, एक्सेल आदि प्रोग्राम में जोड़ा जा सकता है, जबकि अन्य प्रोग्रामों की सूचना में पावरप्वाइंट स्लाइड में दिखाया जा सकता है।
4.Ms Access:-एमएस एक्सेस एक डाटाबेस एप्लीकेशन प्रोग्राम है। डाटा का एक संग्रह है जो सभी डाटा को इंसर्ट ,अपडेट, डिलीट, और शो करता है। इस तरह का प्रोग्राम आपको डाटा बेस बनाने, एक्सेस करने, और मैनेज करने की अनुमति देता है।

एमएस ऑफिस का इतिहास(history of MS office):-
एमएस ऑफिस का डेवलप माइक्रोसॉफ्ट ऑफिस कॉरपोरेशन के लिए किया गया था। माइक्रोसॉफ्ट का फर्स्ट वर्जन चाल्स सिमोनी के द्वारा डेवलप किया गया था। जो की जेरोक्स प्रोग्रामर थे। इन्हें बिल गेट्स और पावर अलीन के द्वारा 1981 में हायर किया गया था।
माइक्रोसॉफ्ट ऑफिस का पहला वर्जन जो वर्ड प्रोसेसर था वह WYSIWYG था। इस का फुल फॉर्म what you see is what you get. यह पहला वर्ड प्रोसेसर वर्ल्ड वर्जन है। और यह वर्ल्ड अक्टूबर 1983 में एमएस डॉस के द्वारा रिलीज कराया गया था।
जो विंडोज 3.0 थी वह 1990 के अंदर आई थी। और उसके अंदर कुछ बदलाव किए गए थे और कमर्शियल यूज़ के लिए एमएस ऑफिस को 1990 में रिलीज किया गया था।
एमएस ऑफिस के वर्जन(version of MS office):-
November 19,1990 —– Ms office 1.0
March 4,1991 —–Ms office 1.5
July 8,1991 —– Ms office 1.6
August 30,1992 —– Ms office 3.0
January 17,1994 —– Ms office 4.0
June 2,1994 —– Ms office 4.3
July 3,1994 —– Ms office for NT 4.2
August 30,1995 —– Ms office 95 (0.7)
November 19,1996 —– Ms office 97(8.0)
June 20,1998 —– Ms office 97 powered by word 98(8.0)
June 7,1999 —– Ms office 2000(9.0)
May 31,2001 —– Ms office xp (10.0)
November 17 ,2003 —– Ms office 2003(11.0)
January 30,2007 —– Ms office 2007 (12.0)
June 15 ,2010 —– Ms office 2010 (14.0)
Release date to OEMS : October 11,2012, Actual release date to public January 29,2013. —– Ms office 2013(15.0)
September 22,2015 —– Ms office 2016 (16.0)
माइक्रोसॉफ्ट ऑफिस की विशेषताएं:-
माइक्रोसॉफ्ट ऑफिस के द्वारा एडिटिंग तथा हर तरह के डॉक्यूमेंट को एडिट करके उसमें अपने अनुसार बदलाव कर सकते हैं। इसका उपयोग दुनिया भर में सभी जगहों पर सबसे ज्यादा किया जाता है। इसका उपयोग करना काफी आसान तथा महत्वपूर्ण होता है।
1. माइक्रोसॉफ्ट ऑफिस के द्वारा वेब पेज पर बना सकते हैं।
2. माइक्रोसॉफ्ट ऑफिस में किसी भी फाइल के डॉक्यूमेंट को एडिटिंग आसानी से किया जा सकता है।
3. इसमें हम डॉक्यूमेंट की जितनी चाहे उतनी कॉपी बना सकते हैं।
4. माइक्रोसॉफ्ट ऑफिस सॉफ्टवेयर का इस्तेमाल करना बहुत आसान होता है।
5. इसमें सभी प्रकार के एप्लीकेशन के सभी कार्य को जैसे डॉक्यूमेंट, टाइपिंग प्रोजेक्ट ,रिज्यूम डाटाबेस अधिक बड़ी आसानी से बनाया जा सकता है।
माइक्रोसॉफ्ट ऑफिस के लोकप्रिय संस्करण:-
Microsoft office 97,
Microsoft office 2000 तथा 2003,
Microsoft Office XP,
Microsoft office 2007
Microsoft office 2019